पटना. दिल्ली से बिहार तक ऑक्सीजन सिलिंडर व रेमडेसिविर दवा के नाम पर साइबर ठगी करने वाले विजय बेनेडिक्ट को इओयू व दिल्ली पुलिस की टीम ने दानापुर तकिया के गौटाल से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपित के पास से कोटक महिंद्रा बैंक की पाटलीपुत्र ब्रांच के खाते में ठगी कर मंगाये गये 16.65 लाख रुपये मिले हैं. इसके अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स की चेकबुक और एटीएम कार्ड बरामद किया गया है.
आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर हसनैन खान ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद आरोपित ने स्वीकार किया है कि वह साइबर फ्रॉड कर रहा था. इसके खिलाफ दिल्ली के स्पेशल सेल थाने में 23 अप्रैल को प्राथमिकी दर्ज की गयी थी और यह राशि उसी माध्यम से ली गयी है.
विजय बेनेडिक्ट दीघा के आइआइटी रोड स्थित मरियम टोले का रहने वाला है. गौरतलब है कि बीते एक सप्ताह से दिल्ली पुलिस बिहार में इओयू के साथ मिल कर साइबर फ्रॉड को पकड़ने के लिए कार्रवाई कर रही है.
नौ मई को दानापुर से ही दिल्ली पुलिस व इओयू की टीम ने ऑक्सीजन व रेमडेसिविर के नाम पर साइबर ठगी करने वाले दो अारोपितों को गिरफ्तार किया था. इओयू ने पिछले एक सप्ताह में कालाबाजारी व अवैध भंडारण को लेकर 12 बड़े ऑक्सीजन सिलिंडर, एक खाली सिलिंडर, 42 रेगुलेटर व पांच रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किये हैं.
इस मामले में 14 अारोपितों को गिरफ्तार किया गया है. राज्य भर में अब तक 283 छापेमारियां करते हुए 17 को गिरफ्तार किया है. इस कार्रवाई में 346 ऑक्सीजन सिलिंडर जब्त किये गये हैं. विशेष टीम ने नवादा से सात और नालंदा से पांच लोगों को पकड़ा गया है. दिल्ली पुलिस और इओयू की संयुक्त टीम ने ऑक्सीजन सिलिंडर के नाम पर साइबर ठगी करने वाले दो अपराधियों को बुधवार को बाढ़ से गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने साइबर अपराधियों के पास से कई मोबाइल और बैंक पासबुक बरामद की है. साइबर अपराधी कामता सिंह के बैंक अकाउंट की छानबीन की गयी, तो उसके खाते में पिछले कुछ माह में 17.63 लाख रुपये जमा करने का सबूत मिला है. 13 मई को पटना के शास्त्रीनगर स्थित अस्पताल के खिलाफ 50 हजार में ऑक्सीजन सिलिंडर बेचने पर कार्रवाई की गयी थी. वहीं, रविवार को हाजीपुर के एक प्राइवेट अस्पताल पर इओयू की टीम ने कार्रवाई की थी.
दरअसल, एक सप्ताह से दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम बिहार में कैंप कर इओयू के साथ साइबर फ्रॉड को पकड़ने के लिए कार्रवाई कर रही है. इसे अब तक कई सफलताएं हाथ लगी हैं.
इओयू के अधिकारी ने बताया कि अप्रैल में दिल्ली में ऑक्सीजन सिलिंडर व रेमडेसिविर उपलब्ध कराने के नाम पर साइबर फ्रॉड हुए थे. इसमें स्पेशल टीम ने लगभग 300 प्राथमिकी दर्ज की थी. जांच में पता चला कि 150 के लगभग फोन नंबर बिहार के थे और बिहार के साइबर फ्रॉडों ने बड़े पैमाने पर दिल्ली में लोगों को ठगा है. इसके बाद दिल्ली की टीम यहां आकर कार्रवाई कर रही है.
Posted by Ashish Jha