पटना जंक्शन गोलंबर स्थित टाटा पार्क से बीते दिन नगर निगम ने ऑटो स्टैंड हटा दिया था. इसको लेकर ऑटो चालक संघ ने पटना जंक्शन से पूरब की ओर जाने वाले लगभग 7000 से अधिक ऑटो व ई-रिक्शा के परिचालन पर रोक लगा दी थी. वहीं 5 सितंबर को पूरे पटना में ऑटो चालक संघ ने हड़ताल की. इस वजह से पूरे शहर में लगभग 20000 ऑटो और ई-रिक्शा का परिचालन बंद था. इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. विभिन्न रूटों पर लोग पैदल ही जाते दिखे. वहीं इस पर नगर निगम ने बताया है कि पटना जंक्शन के पास मल्टी मॉडल हब और आरएमएस के सामने ऑटो स्टैंड बनेगा. वहां टाटा पार्क में लगने वाले ऑटो रिक्शा खड़े होंगे.
प्लेटफार्म नंबर एक से कनेक्ट होगा स्टैन्ड
पटना नगर निगम द्वारा पटना जंक्शन आने-जाने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए लगभग ढाई एकड़ में ऑटो स्टैंड का निर्माण किया जा रहा है. जीपीओ गोलंबर से पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक तक यह फैला हुआ होगा और इसके बनने से प्लेटफाॅर्म से निकलने के साथ ही यात्रियों को विभिन्न इलाकों में जाने के लिए डायरेक्ट ऑटो रिक्शा की सुविधा मिलेगी. यहां 1000 से अधिक ऑटो लगाने की क्षमता होगी.
रोड के साथ अत्याधुनिक टॉयलेट का भी होगा निर्माण
जीपीओ गोलबंर के दक्षिण मीठापुर रेलवे फुट ओवरब्रिज की तरफ सब्जी मार्केट के पास से एक रास्ता मस्जिद के पास से स्टेशन के तरफ जाता है. उसी रास्ते काे नये ऑटो स्टैंड के लिए उपयोग किया जा रहा है. फुट ओवरब्रिज से दाहिनी तरफ 100 गुणा 100 फुट की जमीन भी चिह्नित हुई है, जहां अत्याधुनिक टॉयलेट का भी निर्माण करवाया जायेगा. पटना नगर निगम द्वारा निर्मित यह टॉयलेट सभी प्रकार की सुविधाओं और आधुनिक तकनीक से लैस होगा.
तेजी से चल रहा मल्टी मॉडल हब का निर्माण
पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा जंक्शन के पास बकरी बाजार परिसर में मल्टी मॉडल हब का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है. गौरतलब है कि जी प्लस 2 भवन वाले इस हब में कुल 300 वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था होगी, जिनमें बस, ऑटो, इ-रिक्शा और रेंटल पार्किंग की सुविधा होगी. इसके साथ ही निजी वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था के साथ इसमें इ-चार्जिंग स्टेशन, कैफेटेरिया, एटीएम, खुदरा दुकानें, वेटिंग एरिया, टिकट घर और बुनियादी सुविधा मौजूद रहेगी.
मल्टी माॅडल हब में 250 और आरएमएस के सामने खड़े हो सकेंगे एक हजार ऑटो
मल्टी माॅडल हब में 250 ऑटो को खड़े करने की जगह होगी. वहीं, आरएमएस के सामने लगभग ढाई एकड़ जमीन पर बन रहे ऑटो स्टैंड में एक हजार ऑटो और इ-रिक्शा खड़े हो सकेंगे. यहां ऑटो स्टैंड पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर एक से सीघे जुड़ा होगा. साथ ही फुट ओवरब्रिज के माध्यम से वह अन्य प्लेटफॉर्म से भी जुड़ा होगा. यहां ऑटो स्टैंड के निर्माण का खर्च रेलवे उठा रहा है, जबकि आने जाने का रास्ता और शौचालय का निर्माण नगर निगम कर रही है. ऑटो स्टैंड का निर्माण यहां शुरू हो चुका है और इस माह के अंत तक इसे पूरा कर लिया जायेगा, जबकि मल्टी मॉडल हब का निर्माण अगले माह के अंत तक पूरा होगा.
क्यों हटाया गया ऑटो स्टैन्ड…
नगर निगम द्वारा बताया गया है कि मेट्रो का निर्माण कर रही कंपनी ने जिस जमीन को घेरा है, वह बहुत पहले ही उसे दे दिया गया था. चूंकि वहीं मेट्रो परियोजना का जेनरेटर लगना है, एयर कंडीशनिंग उपकरण स्थापित होना है और यूटिलिटी की कई सुविधाएं विकसित होनी है. लिहाजा इस जमीन को ऑटो स्टैंड के लिए छोड़ना संभव नहीं था.
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क्या बोले नगर आयुक्त
आरएमएस के सामने ऑटो स्टैंड और मल्टी मॉडल हब का निर्माण तेजी से हो रहा है. ऑटो चालकों की हड़ताल टूटने और निगम से इस संदर्भ में उनकी वार्ता होने से संबंधित प्रश्न के जवाब में नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने कहा कि इस संदर्भ में मंगलवार को कोई वार्ता नहीं हुई है. ऑटो चालकों के लिए निगम का वही पुराना प्रस्ताव है, जो पहले दिन था. इसके अंतर्गत जीपीओ गोलंबर से आरएमएस के सामने तक रेलवे एक हजार की क्षमता वाला ऑटो स्टैंड बना रहा है, जिसे इस माह के अंत तक पूरा कर लिया जायेगा. मल्टी मॉडल हब का निर्माण भी तेजी से जारी है, जिसे अगले माह में पूरा कर लिया जायेगा. यहां 300 ऑटो लगाने की क्षमता होगी. इन दोनों के निर्माण के बाद न ऑटो चालकों को ऑटो लगाने में असुविधा होगी और न ही लोगों को पटना जंक्शन से बाहर निकलने के बाद पैदल चलना पड़ेगा, बल्कि प्लेटफॉर्म नंबर वन से नवनिर्मित ऑटो स्टैंड की दूरी मुश्किल से 10 मीटर होगी. टाटा पार्क के पास जमीन की मांग पर नगर आयुक्त ने कहा कि वह मेट्रो परियोजना को हस्तांतरित करने के लिए बहुत पहले ही चिह्नित की गयी थी और मैट्रो परियोजना के काम को रोका नहीं जा सकता है.