पटना के प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि ने शहर में मानसून के दौरान जल-जमाव की समस्या को दूर करने के लिए बचे हुए काम को तीन दिनों के अंदर पूरा करने का निर्देश अधिकारियों को दिये हैं. उन्होंने शहर में नमामि गंगे, बुडको, गेल, बिजली विभाग सहित अन्य विभागों को सड़कों की नयी खुदाई करने से मना किया है. आयुक्त ने अधिकारियों से कहा कि पहले से खोदी गयी सड़कों को चलने लायक बनाएं. उन्होंने पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के जीएम को राम लखन पथ के निकट शिवम कॉन्वेंट स्कूल तक लगभग एक किलोमीटर दूरी में नाले के अवरोध को दो दिनों में दूर करने का निर्देश दिया, साथ ही तीन दिन के बाद खुद स्थल का निरीक्षण करने की बात कही.
गुरुवार को आयुक्त कुमार रवि पटना व इसके नजदीक के क्षेत्रों में जल-जमाव की स्थिति निबटने के लिए समीक्षा बैठक कर रहे थे. बैठक से गायब रहने पर पटना सिटी व अजीमाबाद अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. आयुक्त ने कहा कि मॉनसून को ध्यान में रखकर सभी विभागों और क्षेत्रीय कार्यालयों को योजनाबद्ध ढंग से काम करना पड़ेगा. ज्यादा बारिश होने की स्थिति में सामान्य जन-जीवन प्रभावित नहीं हो, यह सुनिश्चित करना सभी पदाधिकारियों का दायित्व है.
कुमार रवि ने जिला प्रशासन, नगर निगम, बुडको, मेट्रो, पथ निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, पुल निर्माण निगम, एनएचएआइ, गेल, जल संसाधन विभाग सहित सभी घटकों के बीच समन्वय बनाने की बात कही. उन्होंने कहा कि जल निकासी में अवरोध उत्पन्न करना आपराधिक लापरवाही माना जायेगा. ऐसे तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
आयुक्त ने कहा कि मॉनसून से पहले कैचपिट, मैनहोल व भू-गर्भ नाले की सफाई, नालों से अतिक्रमण हटाने, नाला उड़ाही आदि काम पूरे होने चाहिए. सभी बड़े नौ नाले की उड़ाही की जांच समय से पूरी की जाए.
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समीक्षा बैठक में नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने बताया कि मॉनसून के दौरान जल-जमाव की समस्या रोकने के लिए नगर निगम के 75 वार्डों को 19 जोन में बांटकर क्यूआरटी की तैनाती की गयी है. मानसून के दौरान वाटर लेवल, पानी का फ्लो सहित अन्य प्रकार की रियल टाइम मॉनिटरिंग होगी. इसकी निगरानी इंटिग्रेटेड कंट्रोल एण्ड कमांड सेन्टर से की जायेगी. सभी अंचलों में बड़े-छोटे नालों की सफाई सहित सभी मैनहोल और कैचपिट की उड़ाही का काम पूरा कर लिया गया है.