पटना. बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक नवंबर से लागू किये गये बदलावों को वापस ले लिया है. इस संबंध में बैंक प्रबंधन द्वारा मंगलवार को परिपत्र जारी कर अतिरिक्त ट्रांजेक्शन पर लगाये जा रहे चार्ज को तात्कालिक प्रभाव से वापस ले लिया है. बैंक का कहना है कि मौजूदा कोविड हालात को ध्यान में रखते हुए उसने यह फैसला किया है.
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में वैशाली जिले की छह विधानसभा सीटों पर चुनावी समर में ताल ठोक रहे तेजस्वी यादव, सतीश कुमार, अवधेश सिंह, उमेश सिंह कुशवाहा, वीणा सिंह, संजय सिंह, राजकुमार साह, मुन्ना शुक्ला, सिद्धार्थ पटेल, इ संजीव कुमार समेत 98 उम्मीदवारों का भाग्य इवीएम में बंद हो गया.
उल्लेखनीय है कि बैंक ऑफ बड़ौदा समेत कुछ अन्य सार्वजनिक बैंकों द्वारा सर्विस चार्ज बढ़ाये जाने की खबर प्रभात खबर ने 29 अक्तूबर को अब बैंकों में जमा व निकासी पर भी चार्ज शीर्षक से खबर प्रकाशित किया था.
उसके बाद विरोध के स्वर उठने लगे थे और निर्णय को वापस लेने के लिए कैट सहित कई संगठनों ने दबाब डाला था. इस बीच वित्त मंत्रालय ने भी इस बारे में मंगलवार को स्थिति स्पष्ट की है.
बैंक ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि बेसिक सेवग्सिं बैंक डिपॉजिट पर कोई सर्विस चार्ज नहीं है. बैंक ने कहा था कि बैंक ने कोई नये चार्ज नहीं लगाये हैं और प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत खुले अकाउंट पर चार्ज लागू नहीं हैं.
ज्ञात हो कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक नवंबर 2020 से जो बदलाव लागू किये थे. बैंक ऑफ बड़ौदा ने चालू खाते, कैश क्रेडिट लिमिट और ओवर ड्राफ्ट अकाउंट से जमा-निकासी के अलग और बचत खाते से जमा-निकासी के अलग-अलग शुल्क निर्धारित किये हैं.
लोन अकाउंट के लिए महीने में तीन बार के बाद जितनी बार ज्यादा पैसा निकालेंगे, 150 रुपये हर बार देने पड़ेंगे. बचत खाते में तीन बार तक जमा करना मुफ्त मगर चौथी बार जमा किया तो 40 रुपये देने होंगे. बैंक ऑफ बड़ौदा स्टॉफ यूनियन के सचिव जयंत कुमार ने कहा कि प्रबंधन के इस कदम से आम ग्राहकों और स्टॉफ सदस्यों में खुशी है.
Posted by Ashish Jha