पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में बिहार के सभी प्रमुख दलों के उम्मीदवार चुनाव मैदान में एक दूसरे के खिलाफ उतरेंगे. आठ चरणों में होने वाले बंगाल के चुनाव में बिहार के नेताओं की चुनावी सभाएं भी होंगी. बंगाल के चुनावी समर में भाजपा और कांग्रेस के साथ ही जनता दल यूनाइटेड, राजद, भाकपा माले, भाकपा, माकपा व हम के प्रत्याशी ताल ठोंकने को तैयार हैं.
जदयू ने जहां वहां चुनाव लड़ने की संभावना टटोलने का निर्देश अपने दलीय नेताओं को दिया है, वहीं राजद भी चुनावी जंग में कूदने को तैयार है. खास यह कि बिहार विधानसभा के चुनाव में एक साथ लड़ने वाली वामदल एवं अन्य पार्टियां बंगाल के चुनाव में अलग-अलग मैदान में उम्मीदवार उतारेंगी.
भाकपा-माकपा व कांग्रेस एक साथ और माले अकेले 12 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी. वहीं, भाजपा को हराने के लिए भाकपा – माले अन्य पार्टियों का समर्थन करेगी, जिसको लेकर मंगलवार को निर्णय होगा. साथ ही, रविवार को बंगाल में भाकपा-माकपा,कांग्रेस व अन्य सहयोगी पार्टियों की एक बड़ी रैली होगी, जिसमें माले के नेता शामिल नहीं होंगे. इसकी पुष्टि भाकपा माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने की है.
विधानसभा का सत्र खत्म होने के बाद बिहार के नेता भी बंगाल चुनाव में प्रचार के लिए जायेंगे. पार्टी से जुड़े युवाओं को भी बंगाल जाना है, जिसमें उन नेताओं को पार्टी प्राथमिकता देगी, जो बंगला जानते हैं या समझते हैं, ताकि लोगों के स्थानीय मुद्दों से वह जुड़ सकें.
रैली के बाद माकपा-भाकपा में सीटों का बंटवारा हो जायेगा. इसको लेकर वामदलों की केंद्रीय कमेटी की बैठक भी रैली के बाद होगी. जिसमें सीट बंटवारे को लेकर पूरी प्रक्रिया पर विराम लगने की संभावना है. माकपा के मुताबिक 150 सीटों पर चुनाव लड़ने की दावेदारी है.
पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा (हम) पश्चिम बंगाल में 26 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. कोलकाता, हावड़ा, दुर्गापुर, वर्दमान आदि बिहार से सटे इलाके वाली ये सीटें हैं, जहां दलित और बिहारियों की संख्या अधिक है.चुनाव की तैयारी को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी 17- 18 फरवरी को कोलकाता का दौरा कर चुके हैं.
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए जदयू फिलहाल सीटों के चयन की तैयारी कर रहा है. पार्टी वहां कितनी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी और किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ गठबंधन होगा या अकेले चुनाव लड़ेगी,इसकी घोषणा अगले सप्ताह होगी.
सूत्रों के मुताबिक वहां चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जाना तय माना जा रहा है. फिलहाल जदयू के प्रदेश अध्यक्ष अशोक दास और पश्चिम बंगाल इकाई चुनाव कमेटी के अध्यक्ष बबलू महतो को सीटों का आकलन करने के लिए कहा गया है. उनकी रिपोर्ट मिलते ही अगले सप्ताह चुनाव लड़ने वाली सीटों की घोषणा की संभावना है.
Posted By: Thakur Shaktilochan