Bihar Assembly Election 2020 News Update बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दूसरे चरण की तैयारी में जुटे सियासी दलों के नेता एक-दूसरे के खिलाफ जमकर बयानबाजी कर रहे है. इसी कड़ी में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने गुरुवार को कहा है कि एनडीए को अपनी सरकार के काम-काज पर भरोसा हो तो वह अपने पिछले पांच साल की उपलब्धियों और आर्थिक विकास पर श्वेत पत्र जारी करे. बताएं पिछले पांच साल में इतने रुपयों का निवेश हुआ. इसमें इतने लोगों को रोजगार मिला. इनके शीर्षस्य नेताओं के एक विशेष राजनीतिक परिवार के प्रति बोले गये निजी बयान बताते हैं कि इनके पास बताने के लिए कुछ भी नहीं है.
सचिन पायलट ने यह बातें गुरुवार को एक औपचारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही. कहा कि प्रधानमंत्री एवं बिहार के मुख्यमंत्री की बातों पर भराेसा न करें. इन्हें देश और प्रदेश की जनता ने गंभीरता से लेना बंद कर दिया. यही वजह है कि बिहार में महागठबंधन के पक्ष में उत्साहजनक मतदान हुआ है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राजनीति सिद्धांतों से परे हैं. डीएनए के मुद्दे पर बवाल मचाने वाले नीतीश अब भाजपा के साथ हैं. पायलट ने कहा कि केंद्र और राज्य में एनडीए के सहयोगी छिटकते जा रहे हैं. अकाली, शिवसेना, लोजपा आदि इसके तमाम उदाहरण हैं. महागठबंधन के नेताओं की सभा में जिंदा भीड़ दिखाई दे रही है. वहीं एनडीए की सभाओं में वे अपने ही कार्यकर्ता खड़े कर लेते हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा कि पूरे देश में कांग्रेस और बिहार के चुनावों में एजेंडा आरजेडी के नेतृत्व वाला महागठबंधन तय कर रहा है. दस लाख नौकरी देने का वादा अकेले आरजेडी का नहीं समूचे महागठबंधन का वादा है. हम इस पर खरे उतरेंगे.
उन्होंने कहा कि कोरोना में केंद्र की असफल नीतियों की वजह से सबसे ज्यादा बिहार को पीड़ा हुई. बिहार के कैसे मुख्यमंत्री हैं कि उन्होंने कोटा के बिहारी विद्यार्थियों और विभिन्न जगहों पर फंसे अपने ही लोगों को बुलाने से इन्कार कर दिया.
भाजपा नेता गिरिराज सिंह बयानवीर बताते हुए कहा कि उन्हें कोई गंभीरता से नहीं लेता है. उन्होंने दिवंगत नेता राम विलास पासवान और रघुवंश प्रसाद को याद करते हुए कहा कि उनके न रहने से बिहार की राजनीति को नुकसान हुआ है. इस दौरान दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन खेरा और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे.
Upload By Samir Kumar