पटना: एनडीए के साथ चुनाव लड़ने को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी के रुख पर पूरे दिन सस्पेंस बना रहा. चिराग पासवान ने शनिवार की शाम को एक ट्वीट कर अटकलों का बाजार गर्म कर दिया. चिराग ने अपने ट्वीट में कहा कि गर्व है कि मुझे प्रधानमंत्री के साथ एक सांसद के तौर पर कार्य करने का मौका मिला, जिनको कुशल नेतृत्व के लिए उन्हें पूरी दुनिया में जाना जाता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से प्रेरणा लेते हुए लोजपा ने चार लाख बिहार वासियों के सुझाव लेकर बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट का विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया है. चिराग ने कहा कि मेरे सभी प्रत्याशी प्रधानमंत्री के हाथों को मजबूत करेंगे.
शनिवार को दिल्ली में प्रस्तावित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को लेकर भी दिन भर तैयारियां हुईं. पार्टी के नेता जुटे. पांच बजे की बैठक आयोजित की गयी, लेकिन सूत्रों की मानें तो मात्र दस मिनट की बैठक के बाद सूचना आयी कि रामविलास पासवान की तबीयत खराब हो गयी है. इसके बाद बैठक स्थगित कर लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान सहित परिवार के अन्य सदस्य अस्पताल चले गये. इसके पहले यह कहा गया कि लोजपा 27 सीटों पर तैयार हो गयी है और पसंद की 17 सीटें मांगी हैं.
वहीं, दूसरी तरफ पार्टी के प्रवक्ता स्तर से नीतीश कुमार पर लगातार हमला किया जा रहा है. शनिवार को ही लोजपा ने एक नया कार्टून जारी किया. कार्टून में लोजपा के चिराग पासवान को प्रधानमंत्री के साथ दिखाया गया है, जबकि सीएम नीतीश कुमार दूर खड़े हैं. इसमें मोदी से कोई बैर नहीं, नीतीश तेरी खैर नहीं जैसे स्लोगन लिखे गये हैं.
लोजपा आाखिर क्यों अपने पत्ते नहीं खोल पा रही, इस बात का जवाब हर दल अपने तरीके से खोज रहा है. पर, लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान की चुप्पी सबको उलझाये है. 143 सीटों पर उम्मीदवार उतारने को तैयार लोजपा संसदीय दल में एनडीए को लेकर स्टैंड क्लीयर हो जाने की उम्मीद थी. लेकिन, एन मौके पर रामविलास पासवान की बीमारी की सूचना से बैठक को रविवार तक के लिए टाल दिया गया. राजनीतिक हलके में चर्चा है कि चिराग पासवान जदयू और भाजपा की सीट शेयरिंग मामले पर नजर टिकाये हैं. किसी भावी रणनीति के चलते चिराग अपने पत्ते नहीं खोल रहे. इसमें उनकी एनडीए में बने रहने की शर्तें भी शामिल हो सकती हैं.
Posted By: Thakur Shaktilochan Shandilya