पटना : बिहार विधानसभा चुनाव 2015 के परिणाम महागठबंधन के पक्ष में गया था. तमाम अटकलों और कयासों के बीच महागठबंधन को महा-बहुमत मिला था. जबकि, एनडीए को करारी हार का सामना करना पड़ा था. एनडीए महज 58 सीटों पर सिमट गया था. 2015 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले महागठबंधन ने बिहार विधानसभा चुनाव में धमाकेदार जीत दर्ज कर भाजपा गठबंधन को तगड़ा झटका दिया था. वहीं, राजद प्रमुख लालू प्रसाद बिहार में एक बार फिर किंग मेकर बनकर उभरे थे और उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी.
इन सबके बीच महागठबंधन में शामिल प्रमुख घटक दल कांग्रेस ने भी 27 सीटें अपने नाम की थी. वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन को विधानसभा चुनाव में महा-हार का सामना करना पड़ा था. जबकि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनावी महाप्रचार का बीड़ा उठाते हुए विधानसभा चुनाव में 30 जनसभाएं की थी. वहीं, कुल 137 रजिस्टर्ड पार्टियों ने साल 2015 विधानसभा चुनाव में अपना किस्मत आजमाया था. लेकिन, इन्हें एक भी सीट हासिल नहीं हुई थी. 137 पार्टियों के 1145 उम्मीदवार विधानसभा चुनाव में उतरे और इन्हें 29 लाख 80 हजार वोट ही मिले थे.
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पार्टियों की स्थिति…
जदयू- 71 सीटें
आरजेडी- 80 सीटें
कांग्रेस- 27 सीटें
बीजेपी- 53 सीटें
एलजेपी- 2 सीटें
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा)- 2 सीटें
हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम)-1 सीटें
सीपीआई माले-3 सीटें
निर्दलीय- 4 सीटें
गठबंधन की स्थिति…
एनडीए (58) : भाजपा- 53, लोजपा-2, रालोसपा-2, हम – 1
महागठबंधन (178) : जदयू-71, राजद-80, कांग्रेस-27
अन्य : 7