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कैंसर, डाइबिटिज और हृदय रोग नियंत्रण के राष्ट्रीय कार्यक्रम की राशि घटी
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पीएमसीएच के पुनर्विकास के लिए 5540 करोड़ की लागत से 5462 बेड के अस्पताल का निर्माण कराया जा रहा है.
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राज्य में पूर्णिया स्थित नये मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अगले शैक्षणिक सत्र से एमबीबीएस की पढ़ाई आरंभ हो जायेगी.
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राज्य के अस्पतालों में 592 चिकित्सकों व नर्सों की नियुक्ति की गयी है
बिहार सरकार 2022-23 में कोविड उन्मूलन योजनाओं पर एक अरब 84 करोड़ से अधिक रकम खर्च करेगी. वित्त मंत्री तार किशोर प्रसाद द्वारा पेश किये गये बजट में कोविड 19 के नियंत्रण के लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 में एक अरब 84 करोड़ 46 लाख का प्रावधान किया गया है. यह राशि वित्तीय वर्ष 2021-22 के पुनरीक्षित अनुमान 10 अरब से बहुत ही कम है.
इसके अलावा सरकार द्वारा केंद्रीय स्वास्थ्य योजना के तहत कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग नियंत्रण के लिए चलाया जा रही योजना में कम राशि का प्रावधान किया गया है. इस योजना में वित्तीय वर्ष 2022-23 में सिर्फ एक लाख के बजट का प्रावधान किया गया है जबकि वित्तीय वर्ष 2021-22 में दो करोड़ का पुनरीक्षित अनुमान लगाया गया है.
सरकार द्वारा राज्य में चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय अधिनियम 2021 को मंजूरी दी है. राज्य में दूसरा एम्स की स्थापना दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में किया जा रहा है.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि बजट राज्य के चहुंमुखी विकास में और गति प्रदान करेगा. बजट में स्वास्थ्य, शिक्षा कृषि, उद्योग और इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की सरकार की यह पहल राज्य के विकास में मील का पत्थर साबित होगा. इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद को बधाई दी.
बजट मे कोई नयापन नहीं है. अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कोई व्यापक योजना नहीं बतायी गयी है. किसानों के हाल में सुधार के लिए भी बजट में कोई दिशा नहीं दर्शायी गयी है.
तेजस्वी यादव्र, नेता प्रतिपक्ष
Published By: Thakur Shaktilochan