भागलपुर जिले में शिक्षा विभाग में कार्यरत 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र वर्ग के शिक्षक, शिक्षिकाओं, शिक्षकेत्तर कर्मियों ने शत प्रतिशत टीका नहीं लगवाया है. इस बाबत जिला शिक्षा कार्यालय ने निर्देश दिया कि टीका का प्रमाणपत्र देने के बाद ही वेतन दिया जाएगा. शिक्षा विभाग ने अपने सभी पदाधिकारियों, सभी कार्यालय कर्मियों, सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों को कोविड-19 का टीका लगवाने का निदेश जारी किया गया था.
सभी कार्यालय कर्मी, सभी शिक्षक, सभी शिक्षकेत्तर कर्मी, सभी रसोईया जिनका उम्र 45 वर्ष या उससे अधिक है, उनके द्वारा कोविड-19 के टीका के प्रथम या द्वितीय डोज लेने से संबंधित प्रमाणपत्र देने के बाद ही प्रधानाध्यापक माह जून 2021 का वेतन विपत्र तैयार करेंगे. 45 वर्ष से कम आयु वर्ग के शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मी या रसोईया द्वारा कोविड-19 के टीका के प्रथम डोज लेने या उनके द्वारा टीका लगवाने हेतु पोर्टल पर डाटा इंट्री करवाया है से संबंधित प्रमाणपत्र दे सकते हैं.
जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कोरोना वायरस की चपेट में आकर अब तक भागलपुर समेत पूरे बिहार में कई शिक्षकों की मौत हो चुकी है. बावजूद शिक्षा विभाग के कर्मी इस घटना से सीख नहीं ले रहे हैं. उन्होंने वैक्सीनेशन नहीं कराने वाले शिक्षक, शिक्षिकाओं, शिक्षकेत्तर कर्मियों से जल्द टीकाकरण कराने की अपील की.
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बता दें कि भागलपुर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ कर 25178 हो गयी है जबकी अब तक 25178 पॉजिटिव मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुके है. जिले में कोरोना से अब तक 270 लोगों की मौत हो चुकी है. बात एक्टिव केस की करे तो मंगलवार को कुल 146 मामले थे. वहीं रिकवरी रेट बढ़ कर 98.13 प्रतिशत हो गया है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan