पटना एम्स में शनिवार को आठ बच्चों ने वैक्सीनेशन ट्रायल में हिस्सा लेने के बाद उत्साहित दिखाई दिये. एम्स कोरोना नोडल ऑफिसर डॉ संजीव कुमार सिंह ने बताया कि एम्स पटना में अब तक 23 बच्चों ने वैक्सीनेशन ट्रायल में भाग लिया है. इस ट्रायल में बच्चों के माता पिता भी मौजूद रहे हैं. जिन्होंने कोरोना को भगाने की सरकार की इस बड़ी मुहिम को सफल बनाने की ठान ली है. शनिवार को 12 वर्षीय सत्यम को वैक्सीन ट्रायल के लिए प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर सह चिकित्सा अधीक्षक डॉ सीएम सिंह ने बच्चों का उत्साह बढ़ाया.
पटना में वैक्सीनेशन का कार्य एक बार फिर से तेज होता दिख रहा है. खासकर 18 से 44 आयु वर्ग का वैक्सीनेशन दुबारा से चालू होने के बाद वैक्सीन लेने वालों की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है. इन सबके बीच वैक्सीन की सेकेंड डोज लेने में लोग उत्साह नहीं दिखा रहे. जिले के करीब 70 से 80 हजार ऐसे लोग हैं, जिनकी सेकेंड डोज लेने का समय आ चुका है, लेकिन वे अभी तक वैक्सीन सेंटरों तक नहीं पहुंच रहे हैं. इन्हें सेंटरों तक लाने के लिए जिला प्रशासन की पूरी मशीनरी लगी हुई है.
पीएचसी प्रभारी से लेकर जीविका दीदी तक को इसके लिए लगाया गया है. सेकेंड डोज के लोगों को काॅल और मैसेज भी किये जा रहे हैं, इसके बावजूद लोग उत्साह नहीं दिखा रहे. अधिकारी बता रहे कि वैक्सीन को लेकर गलतफहमियों के कारण ऐसा हो रहा है. ऐसे में अगर ये लोग निर्धारित समय के अंदर अपनी दूसरी डोज नहीं लेते हैं तो इन्हें वैक्सीन का लाभ नहीं मिल पायेगा.
सेकेंड डोज के प्रति लोगों के उत्साह का हाल ये था कि शनिवार को जिले में 27535 डोज लगाया गया. इसमें मात्र 4083 लोगों ने वैक्सीन का दूसरा डोज लिया था. वहीं 23,452 लोगों ने वैक्सीन का पहला डोज लिया है. शनिवार को सबसे ज्यादा उत्साहित होकर 18 से 44 आयु वर्ग ने वैक्सीन ली. इस वर्ग को अभी पहला ही डोज दिया जा रहा है. शनिवार को इस वर्ग के 19451 लोगों ने वैक्सीन ली है. वहीं 45 से 59 आयु वर्ग में 2442 लोगों ने पहला और 2817 लोगों ने वैक्सीन का दूसरा डोज लिया.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan