पटना : कृषि विभाग ने एक सिपाही से उठक-बैठक कराने वाले अररिया के जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिये गये हैं. मंगलवार को कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने निर्देश के बाद जिला कृषि पदाधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच राज्य की पुलिस लगातार सड़कों पर दिन रात मेहनत कर रही है. ऐसे में जवानों का सम्मान करना सरकार की प्राथमिकता में सबसे ऊपर है.
कृषि मंत्री ने कहा कि इस परिस्थिति में अररिया जिला कृषि पदाधिकारी के संबंध में जिस तरह की खबरें आयी हैं. सिपाही को उठक-बैठक कराने का वीडियो वायरल हुआ है, यदि मामला सत्य है तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि विभागीय जांच रिपोर्ट आने के बाद संबंधित अधिकारी के पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. गौरतलब है कि पूर्णिया के संयुक्त निदेशक को जांच का आदेश दिया गया है.
दरअसल, सोमवार को शहर में जारी एक वायरल वीडियो चर्चा का विषय बन गया. वायरल वीडियो में जिला कृषि पदाधिकारी की गाड़ी लॉकडाउन में जांच के लिए पुलिस ने रोक दी. गाड़ी रोकने के बाद कृषि पदाधिकारी गाड़ी से नीचे उतरे और चिल्लाने लगे. इतना ही नहीं वहां मौजूद पुलिस के एक सीनियर के समक्ष उक्त चौकीदार को माफी मांगने पड़ा. इसके बाद सार्वजनिक रूप से उठक-बैठक करना पड़ा.
वाकया बैरगाछी ओपी क्षेत्र से जुड़ा है. चेक पोस्ट पर चौकीदार गोलू ततमा के द्वारा गाड़ी रोकी गयी. अधिकारियों के निर्देश के अनुसार गाड़ी की इंट्री कराने के लिए कहा गया. इतना सुनते ही कृषि पदाधिकारी गुस्सा हो गये. वहां मौजूद पुलिस पदाधिकारी को जब पता चला तो वह भी चौकीदार पर आग-बबूला हो गये.
वायरल वीडियो में उक्त पुलिस अधिकारी द्वारा कहा जा रहा है कि हम लोगों की कितनी बदनामी होगी. इस दौरान चौकीदार उठक-बैठक कर रहे हैं. जबकि, जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि तुम्हारे चलते अगर हमारा वीडियो कांफ्रेंस छूट गया होता तो तुम्हें अंदर भेज देते. बहरहाल यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जिसके बाद आज जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिये गये हैं.