Bihar Crime News: पड़रावां मठिया गांव में गुरुवार की रात जमीन विवाद में एक युवक की गोली मार कर हत्या कर देने का मामला प्रकाश में आया है. वहीं, दो अन्य गंभीर रूप से घायल हैं. इनका गया में इलाज किया जा रहा है. घटना के बाद पुलिस गांव में कैंप कर रही है. जानकारी के अनुसार, पड़रावां गांव के विद्यानंद यादव और राजबली यादव के बीच जमीन को लेकर कई वर्षों से विवाद चल रहा था. इसका मामला अभी भी न्यायालय में लंबित है.
ग्रामीणों की माने तो जमीन को लेकर दोनों परिवारों के बीच कई बार मारपीट हो चुकी है. इधर, मृतक के भाई सुरेंद्र यादव ने बताया कि गुरुवार की रात सभी पूजा पाठ में लगे हुए थे और दीप जलाये जा रहे थे. गांव में चारों और पटाखों का शोर था. विद्यानंद यादव और उनके परिजनों ने घर के आगे कुछ दूरी पर खड़े उनके भाई सूरज कुमार को गोली मार दी. वे लोग उसे बचाने के लिए पहुंचे, तो उनलोगों पर भी भाला और डंडे से प्रहार किया गया. भाले के हमले से उनके पिता राजबली यादव और सत्येंद्र यादव गंभीर रूप से घायल हो गये. छोटे भाई सूरज कुमार की गोली लगने से घटनास्थल पर ही मौत हो गयी.
इधर, देर शाम तक परिजन शव को आरोपित के घर के आगे रख घर की जांच की मांग पर अड़े थे. थानाध्यक्ष उमेश प्रसाद ने बताया कि लंबे समय से दोनों परिवारों के बीच विवाद है और इसी कारण गुरुवार को सूरज कुमार की गोली मार कर हत्या कर दी गयी. राजबली यादव और सत्येंद्र यादव भी घायल हो गये हैं, जिन्हें गया मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
शव का पोस्टमार्टम करा दिया गया है, लेकिन अभी अंत्येष्टि नहीं हुई है. पीड़ित परिवार द्वारा केस दर्ज करने को लेकर अभी आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है. त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने विद्यानंद यादव, शिव यादव और जितेंद्र यादव जो विद्यानंद यादव का दामाद बताया जा रहा है, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. हमले में प्रयुक्त भाले को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ हंगामा
परिजनों द्वारा घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में देर रात इलाज के लिए लाया गया. यहां चिकित्सकों द्वारा सहयोग नहीं करने का आरोप लगाकर हंगामा मचाना शुरू कर दिया. परिजन और वहां उपस्थित लोगों का आरोप था कि चिकित्सक बिना इलाज किये ही गया रेफर कर दिया, जबकि घायल के सिर से लगातार खून का रिसाव हो रहा था. वहां मौजूद लोगों की माने तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रात के समय कोई व्यवस्था नहीं रहती है.
Posted by: Radheshyam Kushwaha