पटना: प्रदेश के उद्योग मंत्री श्याम रजक सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो सकते हैं. इधर श्याम रजक ने इस संदर्भ में कहा कि मैं अंतिम निर्णय सोमवार की सुबह करूंगा़ दरअसल रविवार व सोमवार की दरम्यानी रात मैं अपने आदर्श दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की ”जेल डायरी” पुस्तक का अध्ययन करूंगा़ अध्ययन के दौरान मैं आत्म चिंतन करूंगा और निर्णय लूंगा़ हालांकि उन्होंने इस बात से इंकार नहीं किया कि वे राजद में शामिल नहीं हो रहे हैं. उन्होंने दो टूक कहा कि ऐसा संभव है?
राज्य के उद्योग मंत्री श्याम रजक सोमवार को मंत्रिमंडल और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देंगे. राजद में शामिल होने की अटकलों के बीच उन्होंने प्रभात खबर से कहा कि इस संबंध अभी कोई निर्णय नहीं लिया है. अपने भविष्य की रणनीति का खुलासा वह सोमवार को करेंगे. उन्होंने कहा कि उनका किसी से झगड़ा नहीं है. विचारधारा की लड़ाई है. वह बाबा साहेब भीमराव अांबेडकर और पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के सिद्धांतों पर आगे बढ़ने वालों में शामिल हैं. इसके साथ ही राजनीतिक गलियारे में पूर्णिया इलाके के एक मंत्री के भी इस्तीफा देने की चर्चा है.
Also Read: Lockdown In Bihar : बिहार में लॉकडाउन पर आज होगा फैसला, इन छूटों पर लग सकती है मुहर…
सूत्रों का कहना है कि श्याम रजक की छवि जदयू और नीतीश सरकार में दलित नेता के रूप में है. वह राजद छोड़कर जदयू में शामिल हुए थे. ऐसे में राजनीतिक गलियारों में उनके फिर से राजद में शामिल होने की चर्चा है. यदि ऐसा हुआ तो चुनाव के ठीक पहले यह जदयू के लिए बड़ा झटका हो सकता है. सूत्रों का कहना है कि उद्योग विभाग में एक अधिकारी की तैनाती को लेकर मंत्री श्याम रजक नाराज चल रहे थे. पिछले कुछ दिनों से वह अपने दफ्तर भी नहीं जा रहे थे.
श्याम रजक एक जमाने में राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद के करीबी माने जाते थे. उनकी और रामकृपाल यादव की जोड़ी को ‘राम-श्याम’ की जोड़ी कहा जाता था. वह राबड़ी देवी की सरकार में भी मंत्री थे, लेकिन 2009 में वह जदयू में शामिल हो गये. वह 2010 में फुलवारीशरीफ फिर विधायक बने और मंत्री भी बने, लेकिन 2015 में महागठबंधन की सरकार में उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया. महागठबंधन से अलग होकर बनायी गयी नीतीश सरकार में श्याम रजक फिर मंत्री बना दिये गये.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya