पटना: पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी गुरुवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की. सुबह 10 बजे मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे मांझी ने करीब एक घंटे तक नीतीश कुमार के साथ राजनीतिक चर्चा की. माना जा रहा है कि मांझी के एनडीए में शामिल होने पर अंतिम सहमति बन गयी है. संभवत: 30 अगस्त तक मांझी इस मामले में औपचारिक एलान करेंगे.
सूत्र बताते हैं कि मांझी ने अपनी पार्टी हम के जदयू में विलय को लेकर सहमत नहीं है. वह एनडीए के एक घटक के रूप में अपनी पहचान बनाये रखना चाहते हैं. मांझी की आेर से 10 से 12 सीटों की मांग की गयी है. इनमें अधिकतर मगध इलाके की सीटें हैं.
पिछले दिनों मांझी ने महागठबंधन से अपने को अलग कर लिया था. इसके बाद से उनके जदयू में विलय करने की अटकलें लगायी जाती रही हैं. हालांकि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात कर बाहर निकले जीतनराम मांझी ने कहा कि यह भेंट इलाके की समस्याओं को लेकर थी. उन्होंने कहा कि जल्द ही राजनीतिक भेंट भी होगी.
सूत्रों से मिली जानकारी के महागठबंधन से अलग होने के बाद किसी भी दल के प्रमुख नेताओं की प्रतिक्रिया और फोन नहीं आने से वह व्यक्तिगत रूप से असहज हैं. हम को बड़ा मलाल यह है कि मुकेश सहनी और रालोसपा के कहने पर ही पार्टी समन्वय समिति बनाने के लिये मुखर हुई. इस मुद्दे पर अलग हुये तो रालोसपा ने भी साथ नहीं दिया.
राजनीतिक गलियारे में हो रही चर्चा के अनुसार, सितंबर के शुरुआत में राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी अपने पत्ते खोल देंगे. वहीं हम के प्रदेश अध्यक्ष ने मुकेश सहनी को राजनीति का कच्चा आदमी बताते हुए खुलासा किया है कि नेता तेजस्वी सोनिया गांधी-अहमद पटेल के अलावा किसी कांग्रेसी से बात नहीं करते हैं.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya