पटना. बिहार विधान परिषद की रिक्त चार सीटों पर अब उपचुनाव की जगह आम चुनाव होगा. विधान परिषद की ये चारों सीटें स्थानीय प्राधिकार कोटे की हैं.
इन कोटे से निर्वाचित होनेवाले प्रतिनिधियों के सदन से त्यागपत्र करने के कारण सभी सीटें रिक्त हो गयी हैं.
विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकार कोटे की सीटों का आम निर्वाचन जुलाई 2021 में निर्धारित है. स्थानीय प्राधिकार कोटे की विधान परिषद की जो सीटें रिक्त हुई हैं, उनमें सुनील कुमार सिंह के निधन के कारण उनकी सीट 22 जुलाई, 2020 से रिक्त हो गयी है.
इसके अलावा विधान परिषद सदस्य मनोज यादव के विधानसभा सदस्य निर्वाचित होने के बाद उनकी सीट 11 नवंबर, 2020 से रिक्त हुई है.
इसी प्रकार दिलीप राय के विधायक चुने जाने के बाद 11 नवंबर , 2020 और रीतलाल यादव के विधायक निर्वाचित होने के बाद 11 नवंबर, 2020 से उनकी सीट रिक्त है.
चारों सदस्यों का कार्यकाल 16 जुलाई, 2021 तक निर्धारित था. जानकारों का कहना है कि निर्वाचन कोटे से विधान परिषद की छह सीटें भरी जानी थीं.
विधानसभा कोटे से दो सीटों के निर्वाचन के कार्यक्रम आने के बाद इन सीटों पर उपचुनाव की संभावना नहीं है.
विधान परिषद की इन सीटों का कार्यकाल भी एक साल से कम है. ऐसे में आयोग इन सीटों पर उपचुनाव नहीं करा सकता है.
Posted by Ashish Jha