कोरोना महामारी के दौरान पहली बार हुए बिहार विधानसभा चुनाव देश के अन्य राज्यों के चुनावों के लिए नजीर बन गया है. भारत निर्वाचन आयोग ने बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत को दूसरे राज्यों में होनेवाले विधानसभा चुनावों में प्रशिक्षण देने की जिम्मेदारी दी है.
उनको आयोग ने रिसोर्स पर्सन बना दिया है. दोनों पदाधिकारियों द्वारा मई, 2021 में होनेवाले पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम और पुड्डुचेरी के विधानसभा चुनाव में बिहार के अनुभवों का साझा किया.
पश्चिम बंगाल के 294 विधानसभा क्षेत्रों के निर्वाचित विधायकों का कार्यकाल 24 मई, 2021 को पूरा हो रहा है. इसी तरह से मई, 2021 में तमिलनाडु विधानसभा की 234 सीटों के लिए चुनाव कराया जाना है. साथ ही असम की 126 सीटों के लिए और पुड्डुचेरी विधानसभा की 30 सीटों के लिए भी चुनाव कराया जाना है. भारत निर्वाचन आयोग इन राज्यों में होनेवाले चुनाव में बिहार में कोविड काल में कराये गये चुनाव के बारे में जानकारी साझा की. दोनों पदाधिकारियों द्वारा दूसरे राज्यों के पदाधिकारियों को जानकारी दी कि कैसे मतदाता सूची की तैयारी से लेकर बूथों के गठन की प्रक्रिया पूरी की गयी.
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विधानसभा चुनाव में राज्य में पहली बार एक हजार मतदाताओं पर एक बूथ बनाया गया था. इसको लेकर राज्य में एक लाख छह हजार बूथ बनाये गये थे. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने बताया कि कोविड 19 के संक्रमण को देखते हुए किस तरह से बूथों पर सामाजिक दूरी का पालन किया गया. बूथों पर मतदाताओं के लिए सैनिटाइजर की व्यवस्था और इवीएम के बटन दबाने के लिए ग्लब्स का प्रयोग किया गया. पूरे राज्य में एक लाख बूथों की मॉनिटरिंग से लेकर मतगणना में भी कोविड नियमों के पालन की जानकारी दी गयी.
Posted By: Thakur Shaktilochan