Bihar Election 2020: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सूबे में सियासी सरगर्मी चरम पर है. नेताओं का एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर भी जारी है. इसी कड़ी में जदयू ने तेजस्वी पर जमकर हमला बोला है. सोमवार को राजधानी पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेस JDU नेता राजीव रंजन ने तेजस्वी यादव, लालू यादव समेत पूरे परिवार पर बहुत से आरोप लगाये.
तेजस्वी यादव की सभाओं में भीड़ का प्रबंधन तो हो रहा है लेकिन वो उन्हें वोट में तब्दील कर पाने में सक्षम नहीं हो पा रहे हैं। आधी आबादी ने तेजस्वी यादव को नकार दिया है। 1990-2005 के बीच की जो खौफनाक यादें और जो बिहार का रक्त रंजित अतीत है उससे बिहार आज आगे बढ़ा है: राजीव रंजन, JDU pic.twitter.com/2KLHAkB2ak
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 2, 2020
राजीव रंजन ने कहा कि तेजस्वी यादव की सभाओं में भीड़ का प्रबंधन तो हो रहा है लेकिन वो उन्हें वोट में तब्दील कर पाने में सक्षम नहीं हो पा रहे हैं. आधी आबादी ने तेजस्वी यादव को नकार दिया है. उन्होंने कहा कि 1990-2005 के बीच की जो खौफनाक यादें और जो बिहार का रक्त रंजित अतीत है उससे बिहार आज आगे बढ़ा है. प्रदेश की जनता ने पहले चरण के मतदान के बाद ही साफ कर दिया है कि बिहार में जनादेश किसके साथ है.
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उन्होंने कहा कि 15 साल बनाम ऐसे 15 साल जिसमें आम आदमी सुरक्षित है. जिस तरह से उनका नाम है सुशासन बाबू उसी तरह से उन्होंने कार्य किया है. जदयू नेता ने आगे कहा कि कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनको कई अवसर मिले लेकिन उन लोगों ने एक भी नौकरी नहीं दी. 18 महीने के उपमुख्यमंत्री हुए तेजस्वी लेकिन उनके कार्यकाल के दौरान न उनके भाई ने न उनके मंत्रियों ने एक भी नौकरी किसी को दी. लालू यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यहां तक की पिता भी कई साल तक रेल मंत्री रहे, नौकरियों के नाम पर जमीन लिखवाई गई उसे बिहार की जनता भूली नहीं है.