गंगा ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. उफनायी गंगा ने सोमवार की सुबह 2016 की बाढ़ का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. जलस्तर में वृद्धि से मुंगेर, लखीसराय, भागलपुर व खगड़िया जिला के सैकड़ों गांव बुरी तरह प्रभावित हो गये हैं. भागलपुर में अब पानी शहरी आबादी की सड़कों और गलियों में फैलने लगा है. भागलपुर-जमालपुर रेलखंड पर ट्रेन परिचाल पिछले तीन दिन से बंद है.
भागलपुर, लखीसराय व मुंगेर में कई जगहों पर एनएच-80 पर भी बाढ़ का पानी बह रहा है. नवगछिया में रिंग बांध टूटने से इस्माइलपुर प्रखंड में बाढ़ का पानी फैल रहा है. लोग सुरक्षित ठिकानों की तलाश में पलायन कर रहे हैं. भागलपुर के नवगछिया अनुमंडल में इस्माइलपुर-सैदपुर रिंग बांध रविवार को टूट गया. रिंग बांध टूटने से इस्माइलपुर प्रखंड के कई गांवों में पानी फैल गया. वहीं भागलपुर शहर के आमदपुर स्थित गंगा कछार की बैंक कॉलोनी समेत कई मोहल्ले जलमग्न हो चुके हैं.
गंगा में बाढ़ का यही हाल रहा, तो तटीय इलाकों में स्थिति और चिंताजनक हो जायेगी. साल 2016 में जलस्तर बढ़ोतरी का सर्वाधिक रिकॉर्ड 34.72 मीटर था, जो डेंजर लेवल से 1.04 मीटर उच्चतम स्तर था. गंगा के जलस्तर में इतना ही वृद्धि सोमवार सुबह चार बजे तक हो गया और रिकॉर्ड टूट गया.
जलस्तर बढ़ने की रफ्तार में कमी नहीं आयी है, बल्कि सोमवार शाम पांच बजे तक तीन सेंटीमीटर की बढ़ोतरी के साथ यह 34.75 मीटर पर पहुंच गया, जो डेंजर लेवल से 1.07 मीटर ऊपर पहुंच कर नया रिकॉर्ड बनाया है. गंगा का डेंजर लेवल 33.68 मीटर है.
बाढ़ ने तबाही मचा रखी है. बाढ़ के कारण जहां मुंगेर व जमालपुर-भागलपुर के बीच रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त होने से रेल सेवा पूरी तरह से ठप हो गयी है. वहीं दूसरी ओर एनएच-80 पर बाढ़ के पानी का तेज बहाव रहने के कारण सड़क मार्ग भी बंद हो गया है. इसके कारण लोगों को भागलपुर जाने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जबकि व्यवसाय प्रभावित होने के कारण अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो गयी है.
बाढ़ के कारण मुंगेर जिलेवासियों का जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. जिले में गंगा खतरे के निशान से 78 सेंटीमीटर उपर बह रही है.जमालपुर-भागलपुर रेलखंड के कल्याणपुर, रतनपुर के पास बाढ़ के कारण रेलवे ट्रैक पर बाढ़ का दबाव बढ़ गया है. इस कारण रेल सेवा ठप कर दिया गया है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan