बजट सत्र के 31 मार्च को खत्म होने के बाद विधान परिषद स्थानीय प्राधिकार चुनाव में भाजपा, जदयू और हम पार्टी के सभी मंत्री भी अपनी ताकत झोकेंगे. रणनीति के तहत भाजपा कोटे के मंत्री जदयू उम्मीदवारों के क्षेत्र में,जबकि जदयू कोटे के मंत्री भाजपा उम्मीदवारों के क्षेत्र में जाकर प्रचार करेंगे. शनिवार को विधानसभा में एनडीए के शीर्ष नेताओं की आपस में हुई बैठक में इस पर सहमति बनी.
शनिवार को हुई बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, संसदीय कार्य व शिक्षा मंत्री विजय चौधरी और ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार मौजूद रहे.
बैठक को लेकर संजय जायसवाल ने कहा कि एमएलसी चुनाव में सभी सीटों पर जीत को लेकर विमर्श हुआ है. 31 मार्च के बाद सभी विधायक व मंत्री इस अभियान में लगेंगे.
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विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि मुकेश सहनी को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी ने जब से बोचहां उपचुनाव के लिए नामांकन भरा है, वे उसी समय से एनडीए से अलग हैं. अब देखना है कि उनमें कितनी नैतिकता बची है. जिसके पास एक भी विधायक नहीं हो, वह पद पर बना हुआ है. उन्होंने कहा कि सत्ता का लालच सब पर भारी पड़ता है.
बता दें कि बिहार में 24 सीटों पर एमएलसी चुनाव होने हैं.मतदान की तिथि का एलान हो चुका है. एनडीए और महागठबंधन ने अपने-अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिये हैं. महागठबंधन में कांग्रेस तो एनडीए में मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी को लेकर रार छिड़ी है. इस बीच चिराग पासवान और मुकेश सहनी भी अलग-अलग मैदान में उम्मीदवार उतारे हैं.