बिहार में पंचायत चुनाव 11 चरणों में अब संपन्न हो चुका है. सभी गांव में नयी सरकार बन गई है. अब विधान परिषद की 24 सीटों पर चुनाव की तैयारी भी शुरू हो गयी है. चुनाव आयोग अब जल्द ही इन सीटों पर चुनाव की भी घोषणा कर सकता है. कोरोना संक्रमण के कारण बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव टले थे तो इसका असर विधानपरिषद चुनाव पर भी पड़ गया था.
बिहार के 24 खाली सीटों पर चुनाव 16 जुलाई, 2021 से पहले ही हो जाना था. इन 24 सीटों में से चार सीटें पहले से ही खाली हो गयी थी जबकि 20 विधान पार्षदों का कार्यकाल 16 जुलाई, 2021 को खत्म हो रही थी. लेकिन पंचायत चुनाव टलने के कारण इस चुनाव को भी टालना पड़ा. दरअसल, ग्राम पंचायत के मुखिया, वार्ड सदस्य, पंचायत समिति के सदस्य, जिला पर्षद के सदस्य भी विधान पार्षदों के चुनाव में वोटर होते हैं इसलिए पंचायत चुनाव का परिणाम सामने आना जरुरी था.
शहरी निकाय से नगर पंचायत, नगर पर्षद और नगर निगम के निर्वाचित सदस्यों के अलावा कंटोनमेंट बोर्ड के सदस्य भी स्थानीय क्षेत्र प्राधिकार के माध्यम से निर्वाचित होनेवाले सदस्यों का चुनाव करते हैं. राज्य निर्वाचन विभाग ने पंचायत चुनाव संपन्न होते ही अब विधान परिषद के चुनाव को लेकर मंथन शुरू कर दिया है.
बता दें कि इस साल 17 जुलाई 2021 को 19 विधान पार्षद रिटायर किये. वहीं तीन विधान पार्षद चुनाव लड़कर विधायक बन गये. वहीं दो विधान पार्षदों का निधन हो गया. इन्हीं 24 सीटों पर ये चुनाव होना है. जो 19 विधान पार्षद जुलाई 2021 में रिटायर किये उनमें राधाचरण साह, मनोरमा देवी, रीना यादव, संतोष कुमार सिंह, सलमान रागीब, राजन कुमार सिंह, सच्चिदानंद राय, टुनजी पांडेय, बबलू गुप्ता, दिनेश प्रसाद सिंह, सुबोध कुमार, राजेश राम, दिलीप जायसवाल, संजय प्रसाद, अशोक अग्रवाल, नूतन सिंह, सुमन कुमार, आदित्य नारायण पांडेय और रजनीश कुमार शामिल हैं.
मनोज कुमार, रीतलाल यादव, दिलीप राय विधान पार्षद थे जिन्होंने चुनाव लड़ा. जिनके विधायक बनने के बाद अब ये 3 सीटें खाली हैं. वहीं हरिनारायण चौधरी और दरभंगा के एमएलसी सुनील कुमार सिंह का निधन हो गया था. जिसके बाद ये 2 सीटें खाली पड़ी है. अब कुल 24 सीटों पर चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों का मंथन भी चालू हो गया है. सीट बंटवारे को लेकर अब सभी गठबंधन आपस में विचार विमर्श कर रहे हैं.
Posted By: Thakur Shaktilochan