बिहार विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकार कोटे की 24 सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर भाजपा और जदयू में सीटों का बंटवारा हो गया है. भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव और जदयू के तरफ से शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने सीट शेयरिंग को लेकर जानकारी प्रेस कांफ्रेंस के जरिये दी. जिसमें भाजपा के पास 13 सीटें गयीं जिसमें एक सीट पशुपति पारस के लोजपा को दिया गया. जबकि जदयू 12 सीटों पर उम्मीदवार देगी. एनडीए में मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी और जीतन राम मांझी की हम पार्टी को सीट नहीं मिला. इसके बारे में हम पार्टी के तरफ से भी अब प्रतिक्रिया आई है.
सीट शेयरिंग के बाद हम पार्टी के हाथ खाली रहे तो बिहार के एनडीए गठबंधन को लेकर फिर चर्चांए शुरू हो गयी. गठबंधन में दरार की शंका फिर से सामने आने लगी. सियासी गलियारों में बयानबाजी तेज होने लगी तो वहीं जीतन राम मांझी आगे क्या कदम उठाएंगे इसे लेकर भी चर्चांए होने लगी. वहीं इस बीच अब हम पार्टी के तरफ से प्रवक्ता दानिश रिजवान ने इसे लेकर बयान दिया है.
हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि बिहार विधान परिषद की 24 सीटों के शेयरिंग का फॉर्मूला तय हो गया है. बताया कि सीट शेयरिंग के बाद प्रेस कांफ्रेंस में शामिल होने के लिए जीतनराम मांझी को जदयू नेता विजय चौधरी का फोन आया था. लेकिन उस समय जीतनराम मांझी और उनके पुत्र सह बिहार सरकार के मंत्री दोनों व्यस्त थे इसलिए शामिल नहीं हो सके.
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दानिश रिजवान ने बताया कि चुनाव को लेकर दो सीटों की डिमांड हम पार्टी ने की थी. लेकिन बताया गया कि 6 माह पहले ही उम्मीदवारों ने तैयारी कर ली है इसलिए ये संभव नहीं हो पाया. बताया कि दो सीटों को लेकर हम बिहार का सर्वनाश नहीं कर सकते. इस बात की नाराजगी भी जताइ की सीटों की घोषणा से पहले सभी दलों की बैठक होनी चाहिए थी.
दानिश रिजवान से साफ शब्दों में कहा कि ये गलतफहमी या सपना किसी को नहीं देखना चाहिए कि सीटों के चक्कर में एनडीए में टूट होगी. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में विकास हो रहा है और एनडीए एकजुट रहेगा. बताया कि विधान परिषद चुनाव में हम पार्टी की क्या भूमिका रहेगी. इसपर फैसला बांकी है. हम प्रमुख जीतनराम मांझी के पटना लौटने पर इसपर चर्चा होगी.
Posted By: Thakur Shaktilochan