Bihar News, Bihar Vidhan sabha Adhyaksh, RJD Tejashwi yadav: 17वीं बिहार विधानसभा का अध्यक्ष कौन होगा, यह बुधवार को आधिकारिक तौर पर पता चल जाएगा. हालांकि , इसे लेकर बिहार के सियासी गलियारे में कयासबाजी तेज है. एनडीए में सबसे अधिक 74 सीट लाने के कारण विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी भाजपा के खाते में है. लेकिन खबर है कि बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए राजद भी प्रत्याशी उतार सकता है.
अगर ऐसा होता है तो बुधवार को अध्यक्ष पद के चुनाव में मतदान कराना पड़ेगा. राजद सूत्रों के मुताबिक, आज कुछ प्रमुख विधायकों को राबड़ी देवी के आवास पर बुलाया गया है. विधानसभा अध्यक्ष के लिए राजद के प्रत्याशी उतारने को लेकर अंतिम फैसला पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद को करना है. उनकी सहमति मिलने की स्थिति में राजद प्रत्याशी महागठबंधन का चेहरा होगा. राजद की ओर से अवध बिहारी चौधरी, भाई वीरेंद्र और ललित यादव के नाम चर्चा में हैं.
आज शाम राजद विधायक दल की बैठक भी है. इसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद अगले तीन दिनों में सदन में सरकार को घेरने की रणनीति तय करेंगे. बता दें राजद विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है. कांग्रेस व वाम दलों के साथ मिलकर इस बार विपक्ष मजबूत भूमिका में है. बता दें कि बिहार विधानसभा के सत्र का आज दूसरा दिन है. हम प्रमुख जीतनराम मांझी अभी प्रोट्म स्पीकर की भूमिका में हैं.
कयास लगाए जा रहे थे वरिष्ठ भाजपा विधायक नदंकिशोर यादव बिहार विधानसभा के नए अध्यक्ष होंगे. लेकिन अब पूर्व मंत्री विजय सिन्हा का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में हैं. भाजपा सूत्रों के हवाले से कई मीडिया घरानों में इस बाता का दावा किया जा रहा है कि लखीसराय के भाजपा विधायक और विजय सिन्हा का नाम पार्टी के अंदर विधानसभा अध्यक्ष के लिए फाइनल हो चुका है और जल्द ही ऐलान होगा. उन्होंने बिहार में पूर्ववर्ती राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (nda) की सरकारों में मंत्री के रूप में कार्य किया है. वह पिछली सरकार में श्रम संसाधन मंत्री थे.
लखीसराय से 54 वर्षीय विजय सिन्हा ने चौथी बार जीत दर्ज की है. बता दें कि पटना साहिब से सातवीं बार विधायक चुने गए नंदकिशोर यादव को भी इस बार मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है. चर्चा था कि इन्हें ही विधानसभा का अध्यक्ष बनाया जाएगा लेकिन अब खबरों के मुताबिक ऐसा नहीं होने जा रहा है. वह पिछली सरकार में पथ निर्माण विभाग के मंत्री थे.
Posted by: Utpal kant