बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर चहल पहल शुरू हो गई है. बताया जा रहा है कि अगले महीने तक चुनाव आयोग डेट की घोषणा भी कर देगी. वहीं राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव में खड़े होने वाले प्रत्याशियों के लिए भी चुनाव चिन्ह पर भी मंथन जारी है
सूत्रों के मुताबिक इस बार मुखिया पद के प्रत्याशियों के लिए 36 चुनाव चिह्न निर्धारित किया गया है. जिसमें हंसिया, मोतियों की माला, जग, ढोलक, केतली, कलम व दवात, कुंआ, टेंपो, मोर, पुल, बैगन, सेव, ब्रश, चिमनी, डीजल पंप, कैंमरा, मोमबत्ती, टॉफी, काठगाड़ी, छड़ी, ब्लैक बोर्ड, सीटी, गाजर, बाल्टी, मोबाइल, चुड़ियां, उगता हुआ सूरज, टोकरी, टेलिविज़न, जंजीर, ऊंट, किताब, तोता, वायुयान, खजूर का पेड़ और पपीता का चुनाव चिह्न है.
जबकि सरपंच पद के लिए 21 चुनाव चिह्न निर्धारित किया गया है. जिसमें पानी का जहाज, मोटर साइकिल, ट्रक, स्टोव, माचिस, भोजन की थाली, खल-मूसल, नल, चौका-बेलन, लड्डू, बल्व, जोड़ा बैल, स्टूल, बगूला, हल, टमटम, बांसुरी, टाइपराइटर, छाता, चरखा और खुरपी चुनाव चिह्न निर्धारित किया गया है. साथ ही पंच पद के प्रत्याशियों के लिए टार्च, गुड़िया, चापाकल, सीढ़ी, कुर्सी, ट्रेक्टर, तराजू, कबूतर, डमरू और बल्लाबल्ला कुल 10 चुनाव चिन्ह निर्धारित किया गया है.
तथा पंचायत समिति सदस्य के लिए जीप, नारियल, गैस सिलेंडर, चारपाई, कुदाल, कप-प्लेट, फ्रॉक, कंघा, डोली और बरगद का पेड़ कुल 10 चुनाव चिन्ह निर्धारित किया गया है. जिला परिषद सदस्य पद के लिए जलता हुआ दीया, पतंग, टोप, लेडी पर्स, हारमोनियम, लेटर बॉक्स, कांच का गिलास, ताला और चाभी, गैस चूल्हा, मक्का, टैबल लैप, प्रेशर कुकर, मेज, रेल का इंजन, वैन, आरी, मछली, अंगूर का गुच्छा, स्लेट और सिलाई की मशीन समेत 20 चुनाव चिह्न निर्धारित किया गया है.
Posted By: Avinish Kumar Mishra