बिहार में पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election 2021) होना है. जल्द ही इसकी तिथि भी सामने आ जायेंगी. वहीं चुनावी मैदान में उतरने के लिए उम्मीदवारों ने कमर कस ली है और अपनी तैयारी तेज कर ली है. वहीं बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर एक बड़ा सवाल सामने आता रहा है कि क्या पंचायत चुनाव भी अब दलीय आधार पर होगा या इसे आम तरीके से ही कराया जाना है. भाजपा ने उम्मीदवारों को इस बार नि:शुक्ल कानूनी सलाह देने का फैसला किया है.
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पार्टी के चुनाव आयोग सेल के लिए जिला स्तर पर अधिवक्ताओं (Advocate) की टीम गठित करने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में प्रत्याशियों को कानूनी सहयोग मिलना चाहिए. इस दौरान उन्होंने सेल से जुड़े वकीलों को पंचायती कानून को बारीकी से जानने की सलाह भी दी.
रविशंकर प्रसाद पंचायत चुनाव को लेकर भाजपा चुनाव आयोग सेल की भूमिका विषय पर पार्टी दफ्तर में आयोजित एक कार्यशाला में शामिल हुए थे. जिसमें उन्होंने उम्मीदवारों के लिए ये बातें कही. उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि अगर किसी उम्मीदवार को कानूनी सलाह की जरुरत महसूस होती है तो उन्हें यह सहयोग हर हाल मुहैया करायी जानी चाहिए.
वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने इस दौरान पंचायत चुनाव के दलीय आधार पर होने के मुद्दे को छेड़ा और कहा कि अभी ये तय नहीं है कि पंचायत चुनाव दलीय आधार पर होगा या नहीं, लेकिन इसके बाद भी उम्मीदवारों को कानूनी सलाह जरुर दी जा सकती है. उन्होंने आरक्षित वर्ग की वैसी उपजातियों को उभारने की वकालत की जिन जातियों से नेतृत्व कम है.
बता दें कि भाजपा पंचायत चुनाव पर लगातार अपनी गतिविधि तेज कर रही है. हाल में ही राजगीर में संगठन महामंत्री बीएल संतोष भाजपा के राज्य स्तरीय प्रशिक्षण शिविर में भी इसकी तैयारी को लेकर चर्चा की थी. इस दौरान उन्होंने कहा था कि चुनावी मैदान में उतरने का इरादा बना रहे भाजपा व सहयोगी दलों के कार्यकर्ताओं को भाजपा संगठन के द्वारा सहयोग दिया जायेगा.
Posted By: Thakur Shaktilochan