देश के चुनिंदा शहरों में 1 अक्टूबर से 5G से सेवा की शुरुआत हो चुकी है. अब पटना और बिहार के लोगों द्वार भी 5G का बेसब्री से इंतजार हो रहा है. ऐसे में अब साइबर अपराधियों ने भी 5G के नाम पर लोगों से ठगी करने का नया तरीका इजात किया है. इसी तरह के साइबर अपराध से बचने के लिए अब बिहार पुलिस द्वारा कुछ गाइडलाइन जारी करने के साथ साथ एक हेल्प लाइन नंबर भी जारी किया गया है.
देश में 5G सेवा की शुरुआत के बाद बिहार के कई लोगों के मोबाइल पर सिम कार्ड को अपग्रेड कर 5G में कराने का मैसेज आ रहा है. यह मैसेज व्हाट्सप्प या फिर एसएमएस के जरिए लोगों के मोबाईल पर भेजा जा रहा है. भेजे गए मैसेज में एक लिंक दिया होता है और उसे क्लिक करने के लिए कहा जाता है. मैसेज में यह भी दावा किया जाता है कि अपडेट करने के साथ 5G सेवा का लाभ मिलने लगेगा.
लोगों के मोबाईल पर जब 5G में सिम अपग्रेड करने का मैसेज आ रहा है तो उन्हें ऐसा लगता है जैसे उनके सर्विस प्रोवाइडर ही उन्हें यह लिंक भेज रहे हैं. इसी बात का फायदा उठाकर साइबर अपराधी लोगों के फोन का डाटा चोरी कर ले रहे हैं. इस लिए लोगों को किसी भी अनजान नंबर से आए मैसेज या लिंक पर क्लिक करने से बचना चाहिए.
राज्य में बढ़ते साइबर अपराध को देखते हुए बिहार पुलिस ने एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है. पुलिस द्वारा एक अलर्ट जारी कर लोगों को सावधान रहने के लिए कहा गया साथ ही हेल्पलाइन नंबर 1930 भी जारी किया गया है. लोगों द्वारा किसी तरह के साइबर अपराध की शिकायत इस नंबर पर दर्ज कराई जा सकती है.
बिहार के लोगों को अभी 5G सेवा के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा. 5G सेवा के लिए जरूरी उपकरण महंगा होने के कारण से इसका विस्तार होने में थोड़ा वक्त लगेगा. राज्य में सबसे पहले पटना से इसकी शुरुआत होने की संभावना है जिसे धीरे धीरे दूसरे जिलों में भी विस्तारित किया जाएगा.
बिहार में साइबर अपराध के साल 2016 में 309, साल 2017 में 433, साल 2018 में 374, साल 2019 में 1,050 एवं साल 2020 में 1,512 मामले दर्ज किए गए. राज्य के 40 पुलिस जिला में सबसे अधिक साइबर क्राइम पटना में होता है.