मुजफ्फरपुर-हाजीपुर रेलखंड के मझौलिया गुमटी के समीप सोमवार की सुबह ट्रेन की चपेट में आने से एक वृद्ध जख्मी हो गये. उन्हें अस्पताल पहुंचाने की जगह जीआरपी और सदर थाने की पुलिस सीमा विवाद में एक घंटे तक उलझी रही. जख्मी मदद के लिए गुहार लगाता रहा. लेकिन जीआरपी का जमादार सदर पुलिस के आने का इंतजार करता रहा.इसी बीच सदर पुलिस के पहुंचने से पूर्व जख्मी ने दम तोड़ दिया.
इसके बाद जीआरपी और सदर पुलिस एक दूसरे को जिम्मेवार ठहराने लगे. करीब 15 मिनट तक सदर थानेदार सत्येंद्र मिश्र और जीआरपी के जमादार के बीच कहासुनी हुई. वहां पर मौजूद लोगों का धैर्य जवाब दे गया. आक्रोशित लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा शुरू कर दिया
मामला बिगड़ता देख सदर पुलिस ने शव को उठाने का प्रयास शुरू कर दिया. लेकिन लोगों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए पुलिस को शव को उठाने से रोक दिया. थानेदार ने स्थानीय लोगों के साथ पहल कर किसी तरह वहां से शव को उठाया. प्रारंभिक प्रक्रिया के बाद जमादार विनोद कुमार शव लेकर पोस्टमार्टम कराने एसकेएमसीएच पहुंचे.
अवध असम एक्सप्रेस की चपेट में आने से हुई मौत– घटना के संबंध में बताया जाता है कि लालगढ़ से डिब्रूगढ़ जाने वाली अवध असम एक्सप्रेस की चपेट में 55 वर्षीय अज्ञात पुरुष जख्मी हो गया. शौच करने गये लोगों की नजर पड़ी. वह दर्द से कराह रहा था. उसने सफेद रंग की लूंगी और पीला कुर्ता पहन रखा था. स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना जीआरपी, आरपीएफ व सदर पुलिस को दी.