बोचहां विधानसभा उपचुनाव के बाद भूमिहार बिहार की राजनीति में एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं. मान – सम्मान की लड़ाई को लेकर बीजेपी के खिलाफ भूमिहारों ने मोर्चा खोल दिया है. तेजस्वी के निमंत्रण पर वे विचार कर रहे हैं. तेजस्वी भी लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में भूमिहारों के साथ गठबंधन कर एक नया समीकरण बनाने में लगे हैं. इसी क्रम में भूमिहारों की सभा में मंगलवार को तेजस्वी पहुंचे और समाज के लोगों से समर्थन मांगते हुए कहा कि आपने हर किसी को मौका दिया है. एक मौका हमें भी दें. तेजस्वी यादव ने कहा कि जो पुरानी बात है आप उसे भूलकर मेरे साथ एक नया रिश्ता जोड़कर देखिए हम आपके साथ खड़े मिलेंगे. तेजस्वी ने कहा कि हमारी पार्टी ए टू जेड की पार्टी बन चुकी है. एमएलसी चुनाव में हमने पांच भूमिहारों को टिकट दिया. तीन जीत कर आए. बोचहां भूमिहार बहुल इलाका था. 36 हजार से ज्यादा वोटों से बीजेपी को आरजेडी ने हराया है. यह आपकी मदद से ही हो पाया है.
तेजस्वी ने कहा कि आरजेडी को बदनाम किया जाता था कि यह कुछ जातियों की पार्टी है लेकिन आज हर जाति, हर वर्ग के लोग मेरे साथ खड़े हैं. भूमिहार, ब्राह्मण समाज के लोग बुद्धिजीवी हैं. पढ़े लिखे होते हैं. अभी चुनाव नहीं है. हम आप लोगों का विश्वास जीतने आए हैं. आप हमें वोट दीजिए या न दीजिए लेकिन हमारी सरकार बनेगी तो हम आप पर ध्यान देंगे. बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ दल समझते थे कि कुछ वर्ग के साथ उनका एग्रीमेंट है, लेकिन अब उन दलों का भ्रम टूट गया है.
भूमिहारों की सभा में बोले तेजस्वी, हमें भी दें मौका, सरकार बनी तो रखेंगे आपका ख्याल #Biharpolitics #TejashwiYadav pic.twitter.com/pE8G8HOhlL
— Rajesh Kumar Ojha (@RajeshK_Ojha) May 3, 2022
इससे पहले भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच के संस्थापक आशुतोष ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भूमिहार समाज को बीजेपी अपना बंधुआ मजदूर समझती थी. सिर्फ वोट बैंक के रूप में हमें इस्तेमाल किया जाता था. लेकिन, अब ऐसा नहीं होगा. यह समाज अब उसी के साथ रहेगा जो उसको इज्जत देगा. तेजस्वी भूमिहार ब्राह्मण को इज्जत दे रहे. यह समाज अब तेजस्वी की ओर देख रहा. उन्होंने कहा कि बाभन के चूड़ा, यादव के दही, दोनों मिले तब बिहार में होई सब सही. मतलब भूमिहार-ब्राह्मण और यादव मिल गए तो बिहार में सब सही हो जाएगा.
बताते चलें कि भूमिहार समेत सवर्ण बीजेपी के वोटर माने जाते हैं. पिछले कुछ चुनावों में सवर्ण समाज खासकर भूमिहार आरजेडी की तरफ लामबंद होता दिख रहा है. आज के कार्यक्रम में आकर तेजस्वी ने भूमिहार-ब्राह्मण को साधने की कोशिश की है. बिहार में भूमिहार करीब छह फीसद हैं जबकि ब्राह्मण पांच फीसद हैं.