पटना : पीएमसीएच सहित प्रदेश के अलग-अलग सरकारी अस्पतालों में सस्पेंड डॉक्टरों का निलंबन वापस लेने का फैसला स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने लिया है. सस्पेंड डॉक्टरों की तैनाती कोरोना वार्ड व कोरोना संबंधित बीमारी से इलाज को लेकर लगायी जायेगी. यह कहना है बिहार इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का. आइएमए के निर्वाचित अध्यक्ष डॉ अमरकांत झा अमर व अध्यक्ष डॉ विमल कारक की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधिमंडल स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार से मिला. कोरोना महामारी व डॉक्टरों की कमी को देखते हुए सदस्यों ने सस्पेंड डॉक्टरों की निलंबन वापसी लेने की मांग की, जिस पर प्रधान सचिव ने अपनी सहमति दी. सस्पेंड डॉक्टरों को पुन: ड्यूटी पर लगाया जायेगा.
बता दें कि बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमण के 17 नये मामला सामने आये हैं. इसके साथ ही राज्य में कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़कर 96 से 113 हो गई है. राज्य में सबसे पहला कोरोना पॉजिटिव 22 मार्च को पाया गया था. इसके बाद राज्य में लगातार संक्रमितों की संख्या में इजाफा ही हो रही है. बिहारशरीफ में सोमवार को 17 नये पॉजिटिव मरीज पाये गये, जिससे बिहार में कोरोना पाजिटिवों की संख्या शतक के पार करके 113 हो गयी है. सीवान के 29 पॉजिटिव की संख्या के बाद बिहारशरीफ में संक्रमितों की संख्या 28 हो गयी.
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बिहारशरीफ में पॉजिटिव होनेवाले मरीजों में सात महिला और 10 पुरुष हैं. संक्रमित महिलाओं में 17 वर्ष, 19 वर्ष, 21 वर्ष, 23 वर्ष, 26 वर्ष, 45 वर्ष और 50 की हैं. पुरुष संक्रमितों की उम्र 14 वर्ष, 16 वर्ष, दो लोग 18 वर्ष, 19 वर्ष, 22 वर्ष, 50 वर्ष और तीन 60 वर्ष के लोग शामिल हैं. बिहार में यह दूसरा दिन है जब किसी एक दिन में सर्वाधिक 17 पॉजिटिव मरीजों की पहचान की गयी है. इसके पहले नौ अप्रैल को राज्य में सर्वाधिक 19 मरीजों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया था.