पटना: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को देश के सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ करोना को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश में बिहार देश के अन्य राज्यों की तुलना में सर्वाधिक कोरोना सैंपलों की जांच लगातार कर रहा है. देश में एक दिन में डेढ़ लाख सैंपलों की जांच हो रही है, जिसमें बिहार में ही सर्वाधिक 50 हजार से अधिक सैंपल शामिल हैं.
राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने बताया कि बैठक में केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया द्वारा बताया गया कि पूर्वी एशिया के देशों जिसमें चीन सहित अन्य देशों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इस पर सभी राज्यों को एहतियात और पूर्वी की तैयारी रखनी चाहिए. बिहार में पिछले पांच दिनों से एक भी कोरोना का संक्रमण नहीं मिला है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के साथ बैठक के बाद बिहार ने 27 दिसंबर को राज्य के सभी अस्पतालों और सेवाओं का मॉकड्रिल करने जा रहा है. इसमें अस्पतालों में उपलब्ध आइसीयू प्लांट, आईसीयू बेड, सहित चिकित्सक, पारामेडिक स्टॉफ को मॉकड्रिल में शामिल किया जायेगा.
उन्होंने बताया कि राज्य में कोरोना के नये केस नहीं मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई भी नयी गाइडलाइन या सख्त निर्देश जारी नहीं किये गये हैं. स्थिति यह है कि अभी तक लोग स्वेच्छा से मास्क का उपयोग कर रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से मास्क लगाने की अनिवार्यता लागू नहीं की गयी है. विभाग का कहना है कि अनावश्यक किसी तरह की गाइडलाइन जारी करके नागरिकों में भय पैदा करना नहीं है. राज्य की जनता स्वत: अपने स्तर से जो भी बचाव का कार्य कर रही है. अपने स्तर से पूरी तैयारी कर चुका है. किसी भी स्थिति से निबटने के लिए राज्य में पर्याप्त सुविधाएं उपब्ध हैं.