Bihar Vidhan Sabha Chunav 2020, Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में पुराने दिग्गजों के बीच युवा चेहरों पर भी नजरें टिकीं हुई हैं. तीन राजनीतिक दलों की कमान भी इन्हीं युवा नेताओं के कंधे पर है. ये चेहरे एनडीए और गठबंधन दोनों तरफ हैं. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव और लोजपा के रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान सबसे ज्यादा चर्चा में हैं.
इन दोनों के बाद अगर कई सबसे ज्यादा चर्चा में है तो वो हैं पुष्पम प्रिया चौधरी. छह माह पहले तक शायद ही बिहार और देश की जनता इस नाम से वाकिफ हो लेकिन अब राज्य के अखबारों से लेकर सड़कों पर पुष्पम प्रिया के नाम की चर्चा है. उसकी वजह भी है, उन्होंने कुछ महीने पहले ही अपनी एक पार्टी बनाई ‘प्लूरल्स’ और अब पटना के बांकीपुर सीट से चुनाव लड़ने का भी ऐलान कर दिया है. पढें उन युवाओं के बारे में जिनकी इस चुनाव में चर्चा सबसे ज्यादा है.
इस बार विधानसभा चुनाव में आरजेडी सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव के छोटे और उपमुख्यमंत्री रह चुके बेटे तेजस्वी यादव पर बड़ी जिम्मेदारी है, क्योंकि उन्हीं के नेतृत्व में ही आरजेडी चुनावी समर में उतरी हैं. बता दें कि तेजस्वी को न सिर्फ लालू प्रसाद यादव का उत्तराधिकारी माना जा रहा है, बल्कि महागठबंधन की ओर से सीएम पद का दावेदार बताया गया है. तेजस्वी यादव बीते विधानसभा चुनाव में राघोपुर सीट से विधायक बने थे. बिहार की महागठबंधन की सरकार में वे उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं. वे विभिन्न मुद्दों पर वर्तमान सरकार को घेरते रहे हैं.
साल 2014 में लोकसभा चुनाव जीत कर राजनीतिक पारी शुरू करने वाले चिराग 2019 में दूसरी बार भी सांसद बने हैं. वे लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के अध्यक्ष व पार्टी के संस्थापक राम विलास पासवान के उत्तराधिकारी हैं. पिता की बीमारी के कारण विधानसभा चुनाव में लोजपा की पूरी जिम्मेदारी चिराग पासवान के ही कंधों पर है, जो सीट शेयरिंग पर एनडीए में अलग रुख अपनाए हुए हैं.
इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में पुष्पम प्रिया चौधरी का नाम अलग ही है. दरभंगा जिले की रहने वाली पुष्पम पूर्व एमएलसी विनोद चौधरी की बेटी हैं. लंदन स्कूल ऑफ इकॉनमिक्स से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री लेकर लौटी हैं. साथ ही प्लूरल्स पार्टी की अध्यक्ष हैं.
इन्होंने बाकायदा अखबारों में विज्ञापन देकर अपनी पार्टी के बारे में जानकारी दी और खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बताया. पंख लगा हुआ घोड़ा इनकी पार्टी का लोगो है और वह बिहार को भी इसी तरह के पंख लगाकर विकास की उड़ान देने का वादा कर रही हैं. पटना के बांकीपुर सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. काले रंग की कपड़े पहनना पसंद करती हैं.
लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रह चुके तेज प्रताप यादव को तेजस्वी यादव का चुनावी जंग का सारथी माना जाता है. वे खुद को तेजस्वी को कृष्ण बताते हुए उनकी चुनावी जंग का सारथी कहा है. इस बार वो महुआ सीट की जगह हसनपुर से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. अपने अपने बयानों के कारण हमेशा चर्चा में रहते हैं साथ ही लालू स्टाइल राजनीति के लिए जाने जाते हैं.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी बीते लोकसभा चुनाव में बेगूसराय सीट पर भाजपा के गिरिराज सिंह से हारे कन्हैया कुमार विधानसभा चुनाव के दौरान फिर चर्चा में हैं. कन्हैया विपक्षी महागठबंधन की तरफ से चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी निभाते नजर आएंगे. कन्हैया छात्र राजनीति से राष्ट्रीय राजनीति में आए हैं. जवाहर लाल नेहरू विवि का अध्यक्ष रहने के दौरान उनपर देशद्रोह के आरोप लगे हैं.
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा राय की पोती व पूर्व मंत्री चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय से तेज प्रताप यादव तलाक का मुकदमा लड़ रहे हैं. तलाक के इस मुकदमे के कारण लालू व चंद्रिका राय के परिवारों के रिश्ते में खटास आ गई है. चंद्रिका राय अब आरजेडी छोड़ कर जनता दल यूनाइटेड में हैं. माना जा रहा है कि ऐश्वर्या राय चुनाव मैदान में उतरने जा रहीं हैं.
Posted By: Utpal Kant