बिहार में अगले 72 घंटे में भारी बारिश व ठनका गिरने की आशंका है. आइएमडी ने पूरे प्रदेश को हाइ अलर्ट किया है. इधर शुक्रवार-शनिवार को पटना और उसके आसपास के इलाके में अप्रत्याशित मेघ गर्जन, ठनका और भारी बारिश रिकार्ड की गयी है. सबसे विशेष यह कि पटना के ऊपर साठ हजार से अधिक बार मेघ गर्जनके साथ बिजली चमकी है. यही स्थिति वैशाली,छपरा ,हाजीपुर व पूर्वोत्तर बिहार के कुछ इलाकों में देखी गयी.
राजधानी पटना में 30 जून 1997 के बाद पहली बार रिकार्ड 147 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गयी है. 30 जून 1997 में 24 घंटे में 205 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी थी. हालांकि शुक्रवार-शनिवार की रात डेढ़ बजे से साढ़े तीन बजे तक रिकार्ड 127 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गयी . 26 जून तक बिहार में अभी तक 307 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है. यह सामान्य से 142 फीसदी अधिक है.
राज्यभर में शुक्रवार की देर रात तेज बारिश व वज्रपात से छह लोगों की मौत हुई है. आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक मुजफ्फरपुर में दो, लखीसराय में एक, शेखपुरा में दो और सीतामढ़ी में एक व्यक्ति की मौत हुई है. इसकी पुष्टि विभाग ने की है. इन मृतक के परिजनों को अनुदान स्वरूप से चार-चार लाख का मुआवजा दिया जायेगा.
वहीं, आपदा प्रबंधन विभाग ने वज्रपात को लेकर लोगों से सतर्क रहने की अपील की है, ताकि लोगों की जान सुरक्षित रहे. आपदा प्रबंधन ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम में खेत या बाहर नहीं निकले. लोग घरों में सुरक्षित रहें. क्योंकि राज्यभर में मॉनसून सक्रिय है और वज्रपात व तेज बारिश की आशंका बनी हुई है.
अगले तीन दिन और इसी तरह का मौसम रहेगा. यह लोकल डिस्टर्बेंस है. यह सच्चाई है कि मेघ गर्जन अभूतपूर्व था. लाइटनिंग की इंटेंसिटी ने चौंकाया है. अभी लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है.
विवेक सिन्हा, निदेशक, आइएमडी पटना
Posted By: Thakur Shaktilochan