बिहार भीषण सर्दी की चपेट में है. बुधवार को उत्तर-पश्चिमी सूखी और बर्फीली हवा 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बही. इसके कारण पटना, भागलपुर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, गया, सुपौल, पूर्वी चंपारण और अररिया में लगातार दूसरे दिन कोल्ड डे की स्थिति बनी. शेष बिहार के मैदानी इलाके में भी कोल्ड डे की स्थिति लगातार बनी हुई है.
आइएमडी का पूर्वानुमान है कि 20 जनवरी को भी बिहार में कोल्ड डे की स्थिति बनी रहेगी. 21 जनवरी को कुछ राहत मिलेगी. लेकिन, इसके बाद अचानक मौसम करवट लेगा. 22 से 24 जनवरी तक एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो जायेगा. बारिश शुरू हो जायेगी. ठनका भी गिरेगा.
उसके बाद एक बार फिर शीतलहर और कोल्ड डे की स्थिति बनेगी. दरअसल, इस साल पश्चिमी विक्षोभ देरी से सक्रिय हुआ, लेकिन हर सप्ताह इसकी सक्रियता बता रही है कि पूरे जनवरी महीने तक सर्दी से राहत नहीं मिलने वाली है. आइएमडी ने इस आशय का पूर्वानुमान भी जारी किया था.
पटना में बढ़ी ठंड से गरीबों को राहत देने के लिए प्रशासन की ओर से अलाव की व्यवस्था की गयी है. जिले के विभिन्न चौक चौराहों पर अलाव जलाये जा रहे हैं. इसकी स्थिति का निरीक्षण करने के लिए पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह बुधवार की रात अलगअलग जगहों पर पहुंचे. पटना जंक्शन महावीर मंदिर के पास सड़क पर जल रहे अलाव को देखने के लिए देर तक वहां रुके और वहां पर बैठे लोगों से बातचीत की.
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शहर के कई प्रमुख स्थलों पर रैन बसेरा की भी व्यवस्था प्रशासन की ओर से की गयी है ताकि गरीब तबके के ऐसे लोग जो सड़क किनारे खुले में सोते थे वे ठंड की रात में यहां आकर आराम कर सके. डीएम ने बहादुरपुर स्थित रैन बसेरा का निरीक्षण देर रात किया. यहां पर उन्होंने लोगों से बातचीत कर मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली.