पटना. अगले 48 घंटे में दक्षिण-पश्चिम और मध्य बिहार में जबरदस्त लू चलने के आसार हैं. आइएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक 30 अप्रैल और एक मई को 40 किलोमीटर प्रति घंटे की हवा के साथ बारिश होने की संभावना है. ठनका गिरने की भी आशंका है. आइएमडी ने येलो अलर्ट जारी किया है. इधर बुधवार को भी प्रदेश गर्म हवा की गिरफ्त में रहा. 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही पछुआ हवा की वजह से प्रदेश में सबसे अधिक तापमान बक्सर में 44.7 डिग्री सेल्सियस रहा.
प्रदेश में औसत उच्चतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चल रहा है. बुधवार को पटना का पारा 42.8 डिग्री सेल्सियस रहा. मंगलवार की अपेक्षा पारा में 0.2 डिग्री कम रहा. लेकिन गर्म हवा में किसी तरह की कमी नहीं रही. अगले दो दिनों तक इससे राहत नहीं मिलनेवाली नहीं है. न्यूनतम तापमान भी 25.4 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से चार डिग्री अधिक था. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 30 अप्रैल तक शहर का पारा इसके आसपास रहने की आशंका है.
पटना. भीषण गर्मी ने शहर के अस्पतालों में मरीजों की संख्या अचानक बढ़ा दी है. ओपीडी में आने वालाें में सबसे ज्यादा संख्या बच्चे व बुजुर्गों की है. मेडिसिन ओपीडी में सबसे ज्यादा मरीज आ रहे हैं. इनमें आंखों में सूखापन व लाल होने की समस्या बढ़ गयी है. तेज धूप व दूषित खान-पान से मरीज सर्दी व खांसी से पीड़ित होकर अस्पताल आ रहे हैं. खासकर पीएमसीएच व आइजीआइएमएस के शिशु वार्ड भर गये हैं. दोनों ही अस्पतालों के मेडिसिन विभाग के ओपीडी में गर्मी के सर्दी-खांसी व बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या 20 फीसदी बढ़ गयी है. इसके अलावा उलटी-दस्त, सांस के 20 फीसदी, वायरल फीवर के 20 फीसदी, आंखों में एलर्जी के भी 20 फीसदी मरीज बढ़ गये हैं. इसके अलावा हार्ट, पैरालेसिस, लू, डायबिटीज और यूरीन इन्फेक्शन के मरीजों की संख्या भी बढ़ी है.
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पीएमसीएच के ओपीडी में अप्रैल के पहले सप्ताह में रोजाना करीब 150 से 160 के बीच बच्चे इलाज कराने पहुंच रहे थे. लेकिन अब इनकी संख्या 200 से 210 के बीच हो गयी है. इनमें से अधिकांश को उलटी, दस्त, पेट दर्द व हल्के बुखार की शिकायत है. जांच में ज्यादातर को टाइफाइड निकल रहा है. डॉक्टरों के मुताबिक बच्चों में डायरिया के 30%, बुखार के 15% और सर्दी-खांसी के 7% रोगी बढ़े हैं. आइजीआइएमएस के नेत्र रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विभूति प्रसन्न सिन्हा ने बताया कि ओपीडी में आंखों का सूखापन और आखें लाल होने आदि की समस्या लेकर 60% रोगी आ रहे हैं.