मुजफ्फरपुर. मशरूम की सब्जी ही नहीं, अब बिस्कुट, चॉकलेट के साथ कैंडी का भी लोग स्वाद ले सकते हैं. मशरूम से बने अलग-अलग उत्पाद का क्रेज तेजी बढ़ने लगा है. मुजफ्फरपुर के साथ आसपास के जिलों में महिलाएं बिस्कुट, चॉकलेट के साथ मशरूम सूप पाउडर तैयार कर अच्छा मुनाफा कमा रही हैं. वैशाली में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र इस कार्य में राह दिखाने का काम कर रही है. सब्जी के अलावे मशरूम से तरह-तरह के प्रोडक्ट को तैयार करने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र में महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. सरैया प्रखंड के बखरा रामपुर गांव की संगीता कुमारी मशरूम से बिस्कुट, चॉकलेट, पापड़ के साथ कैंडी तैयार करती हैं. इलाके में मशरूम से तैयार इस तरह के उत्पाद की बिक्री हो रही है. जिला और राज्य स्तर पर लगे मेला और प्रदर्शनी में भी मशरूम के बिस्कुट और चॉकलेट की खूब चर्चा हो रही है.
कृषि विज्ञान केंद्र से प्रशिक्षण लेने के बाद मुजफ्फरपुर के साथ वैशाली व समस्तीपुर जिले की महिलाएं इस पर काम कर रही हैं. यह मशरूम का वैल्यू एडिशन है. इससे ग्रामीण महिलाओं के आय के लिए बेहतर विकल्प साबित हो रहा है. वैशाली कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ सुनीता कुशवाहा ने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र में मशरूम से बिस्कुट, चॉकलेट, कैंडी के साथ कई तरह के प्रोडक्ट तैयार करने के बारे में प्रशिक्षण दिया जाता है. प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद महिलाएं बेहतर प्रोडक्ट तैयार करने के साथ आत्मनिर्भर बन रही हैं. मशरूम से जुड़े अलग-अलग प्रोडक्ट को पसंद किया जा रहा है. मशरूम में काफी पोषक तत्व भी है.
ई-कॉमर्स वेबसाइट पर भी मशरूम से जुड़े एक दर्जन से अधिक प्रोडक्ट हैं. यहां पर सर्च कर लोग खरीदारी करते हैं. इसमें मशरूम सूप पाउडर, बिस्कुट, पापड़, नूडल, कैंडी, मशरूम करी, मुरब्बा, मशरूम चिप्स, मशरूम का आचार व मशरूम केचअप उपलब्ध है. कई किसान व मशरूम उत्पादक मशरूम से बने उत्पाद को बना कर बाजार के साथ ई-कॉमर्स वेबसाइट पर बेच कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.
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हाल में कृषि विभाग की ओर से सभी पंचायतों में किसान पाठशाला का आयोजन किया जा रहा है. इसमें आत्मा की ओर से किसानों को उन्नत मशरूम उत्पादन के तकनीक के बारे में जानकारी दी जा रही है. इस दौरान विभाग के एक्सपर्ट की ओर से डेमो भी दिया जाता है. पाठशाला में मशरूम उत्पादन की विधि को सीखने के लिये महिलाओं की भागीदारी अधिक हो रही है.