बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब से हो रही मौत की गूंज देश के संसद तक पहुंच गयी है. औरंगाबाद से भाजपा सांसद ने तो बिहार सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने तक की बात कह दी तो वहीं सारण जिले से सांसद राजीव प्रताप रूडी ने गृह मंत्री से बिहार एक केंद्रीय टीम भेजने की मांग की और कहा कि मामला काफी भयावह है. इस कांड ने मानवता को झकझोर कर रख दिया है.
बिहार में केन्द्रीय टीम भेजने की बात का सभी सांसदों ने समर्थन किया. रूडी ने कहा कि जिन पिछड़े-अतिपिछड़े और दलित-महादलित को आगे लाने के लिए राज्य सरकार ढिंढोरा पिटती है, सबसे ज्यादा उन्हीं के जीवन की क्षति हुई है और सबसे ज्यादा वही पीड़ित है. लोकसभा में पीठासीन अध्यक्ष राजेंद्र अग्रवाल को संबोधित करते हुए सांसद रूडी ने कहा कि नीति बनाने से ही नहीं, नीति को लागू करने की जिम्मेवारी भी सरकार की होती है. उन्होंने कहा कि बिहार में सबसे ज्यादा गरीब लोग ही शराबनीति के शिकार होते है. लोकसभा के शून्यकाल में इन प्रश्नों को सरकार के संज्ञान में लाने के बाद स्थानीय सांसद रूडी आज सारण के पीड़ित क्षेत्रों के दौरा के लिए सारण पहुंचे.
भाजपा सांसद सुशील कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में अराजकता के हालात हैं. राज्य में शराब और बालू माफिया हावी हैं, कानून व्यवस्था नाम की कोई छ ही नहीं बची इसलिए महागठबंधन की सरकार को बर्खास्त कर बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए.
वहीं महाराजगंज से सांसद जनार्दन सिंह सीग्रीवाल ने भी संदिग्ध मौतों पर सवाल उठाते हुए केंद्रीय गृहमंत्री व गृह राज्य मंत्री को पत्र लिख दोषियों पर कार्रवाई तथा मृतकों के परिवार को मुआवजा दिलाने हेतु अपने स्तर से बिहार सरकार को निर्देशित करने का आग्रह किया है.