बिहार के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता रामसूरत राय ने एक बार फिर से महागठबंधन की सरकार को आड़े हाथों लिया है. भाजपा नेता हर घर तिरंगा कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार पर हमलावर होते दिखें उन्होंने शराबबंदी पर भी निशाना साधा. रामसूरत राय ने कहा कि बिहार में अब नई सरकार आने के बाद नीतीश कुमार का शराबबंदी कानून कुछ दिनों तक ही लागू रह पाएगा. अब जब शराब फ्री हो जाएगी तब 10 लाख नौकरी देने के वादे को भी सरकार भूल जाएगी.
बिहार में नयी सरकार बनने के बाद से सियासी सरगर्मी लगातार बढ़ रही है. इसी क्रम में अब पूर्व मंत्री रामसूरत राय ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को अपने निशाने पर लिया है. रामसूरत राय हर घर तिरंगा कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे, उसी दौरान उन्होंने कहा कि बिहार के युवा तेजस्वी यादव के आने के बाद दो चीजों को लेकर खुश हो रहे हैं. उनका कहना है कि अब शराब फ्री हो जाएगी और नौकरी मिल जाएगी.
पूर्व मंत्री ने कहा कि शराब वाली बात तो सही लग रही है. वह तो फ्री हो जाएगी लेकिन नौकरी का क्या होगा. तेजस्वी यादव ने 10 लाख नौकरी देने का वादा कर लोगों का वोट हासिल किया और अब वो उससे मुकर रहे है. वह कह रहे हैं अभी तो मैं उप मुख्यमंत्री बना हूं. वह सरकार में 60 फीसदी के हिस्सेदार है. यह सब बोल कर वो बस जनता को गुमराह करना चाहते हैं.
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वही इससे पहले भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा था की नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति नहीं बनाया गया है इसलिए उन्होंने गठबंधन तोड़ दिया. अब सुशील मोदी ने गठबंधन टूटने की तीन वजह बतायी है. इस बायान को लेकर जदयू में काफी रोष है. हालांकि अब सुशील मोदी ने बिहार में एनडीए के गठबंधन से अगल होने के कारणों पर बोलते हुए तीन मुख्य कारण बताए.