भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सम्राट चौधरी ने बिहार की यूपीए सरकार पर सवाल खड़ा करते हुए पूछा है कि 2020 विधानसभा चुनाव में दस लाख सरकारी नौकरियां देने की उनकी घोषणा कब तक पूरी होगी. जीविका दीदीयों के अलग कैडर, संविदा कर्मियों के स्थायीकरण और किसानों की ऋण माफी के वायदे को वे कब तक पूरा करेंगे.
शनिवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर मानता हूं कि इस सरकार के असली मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव होंगे. बिहार में एक सीएम के ऊपर पांच सुपर सीएम होंगे. नीतीश कुमार नाम के मुख्यमंत्री होंगे. तेजस्वी डिप्टी होकर भी सुपर सीएम होंगे. उनके ऊपर लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, मीसा भारती और तेजप्रताप सुपर सीएम रहेंगे. चोर दरवाजे से बनी इस सरकार को वादा पूरा करना होगा.
पूर्व मंत्री सम्राट चौधरी ने तेजस्वी प्रसाद यादव को घेरते हुए कहा कि उनके लिए युवाओं की नौकरी नहीं, अपनी सुरक्षा पहली चिंता है. तेजस्वी ने बिहार की जनता से वायदा किया था कि पहली कैबिनेट में दस लाख सरकारी नौकरी देंगे. लेकिन सबसे पहले उन्होंने अपने लिए बुलेटप्रूफ गाड़ी लेने का काम किया. एनडीए की सरकार में हम लोगों ने पहले इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम किया. उसके बाद बिजली, पानी की व्यवस्था की. अब तो औद्योगिकीकरण कर रोजगार की व्यवस्था कर रहे थे. लेकिन अब रोजगार तो आने से रहा. सरकारी नौकरी ही एकमात्र रास्ता है. एनडीए की सरकार ने ही पिछले 20 महीने में जो शिक्षकों, कार्यपालक सहायकों सहित ढाई से तीन लाख लोगों की नियुक्ति की है.
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भाजपा नेता ने कहा कि इस गठबंधन में कहीं भी कोई भी नैतिक संबंध नहीं है. दोनों दल एक दूसरे के पूरक हैं. 1994 में लालू प्रसाद से अलग होकर जॉर्ज साहब ने यह पार्टी बनायी थी. उन्होंने कहा कि जदयू को छोड़ भी दें तो राजद के 79, कांग्रेस के 19, वाम दल के 16, हम के चार और एक निर्दलीय मिलाने पर तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनने के लिए मात्र दो विधायक की जरूरत है.