पटना. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने शनिवार को दिये अपने बयान ‘मिट्टी में मिला देंगे’ पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया के बाद कहा कि कभी भाजपा को खत्म कर देने का संकल्प लेने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनका कोई व्यक्तिगत लड़ाई-झगड़ा न था और न है. उनकी लड़ाई सिद्धांत व विचारधारा से है.
सम्राट चौधरी ने कहा कि हमने अपने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया है कि सिद्धांत व नीति विहीन राजनीति करने वाले नीतीश कुमार को ‘राजनीतिक तौर पर मिट्टी में मिलाने’ का वे कमिटमेंट करें. मगर मुख्यमंत्री उनके बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर अपनी राजनीतिक हताशा व निराशा को दर्शा रहे हैं.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री को 19 फरवरी, 2014 को दिये गये अपने उस बयान का याद करना चाहिए, जब उन्होंने कहा था कि ‘ रहे या मिट्टी में मिल जायें, अब भाजपा के साथ जाना संभव नहीं है.’ यह अलग बात है कि अपनी राजनीति के तहत 2017 में एक बार फिर वो भाजपा के साथ आ गये थे. लेकिन, अब भाजपा के दरवाजे उनके लिए पूरी तरह से बंद कर दिये गये हैं.
Also Read: सम्राट चौधरी को बोलने की समझ नहीं… मिट्टी में मिलाने वाले बयान पर सीएम नीतीश और क्या बोले, जानिए..
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू प्रदेश मुख्यालय के कर्पूरी सभागार में आयोजित दानवीर भामाशाह जयंती में भाजपा का नाम लिये बिना कहा कि जो लोग देश का इतिहास बदलना चाहते हैं, उन्हीं को देश बदल देगा. कुछ लोग झगड़ा लगाने के चक्कर में रहते हैं. इससे पहले वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव के बाद राजनीति में मिट्टी में मिलाने के पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग ऐसा कह रहे हैं, उनको कहिए कि मुझे मिट्टी में मिला दें. हम कभी इस तरह की बात नहीं बोलते हैं. जो इस तरह के शब्दों का प्रयोग करता है, तो समझ लीजिए उनके पास बुद्धि नहीं है. ऐसे आदमी को जो मन में आए वो बोले.