पटना. इंटर और मैट्रिक वार्षिक परीक्षा में शिक्षक अपने स्कूल में वीक्षण कार्य नहीं करेंगे. इस बार वार्षिक परीक्षा में हर शिक्षक को दूसरे स्कूल में भेजा जाएगा. इसके लिए जिला शिक्षा कार्यालय स्तर पर रैंडमली शिक्षकों की सूची निकाली जाएगी. जिन शिक्षकों का नाम जिस स्कूल के लिए आयेगा, वो वहीं जाकर वीक्षण कार्य करेंगे. इसके लिए बिहार बोर्ड द्वारा सभी जिला शिक्षा कार्यालय को निर्देश जारी कर दिया गया है. जिला स्तर पर वीक्षकों की नियुक्ति 20 दिसंबर तक कर लेनी है, लेकिन अभी सैकड़ों स्कूलों ने शिक्षकों की सूची जिला शिक्षा कार्यालय को नहीं भेजी है. इसके साथ ही परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थी ही नहीं शिक्षकों के मोबाइल ले जाने पर भी प्रतिबंध रहेगा. केंद्राधीक्षक के सहयोग में जितने भी शिक्षक रहेंगे वे भी केंद्र के अंदर मोबाइल नहीं ले जा पाएंगे. पटना समेत तमाम जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा इसकी जानकारी बोर्ड को दी गयी है. शहरी क्षेत्र के शिक्षकों को शहरी क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षकों को उनके आसपास के गांव के स्कूलों में वीक्षक बनाया जाएगा.
इसके साथ ही सभी केंद्राधीक्षक द्वारा हर दिन वीक्षकों की कक्षा की ड्यूटी में भी बदलाव किया जाएगा. हर दिन परीक्षा दो शिफ्ट में आयोजित होगी. ऐसे में एक शिफ्ट के शिक्षकों की जिस कक्षा में ड्यूटी लगेगी, उसे अगले शिफ्ट में बदल दिया जाएगा. इसके साथ ही इंटर वार्षिक परीक्षा एक से 11 फरवरी तक संचालित की जायेगी. परीक्षा में 13 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे. इसके लिए 40 हजार से अधिक वीक्षक लगाए जाने हैं.
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प्रदेश के हर जिले में वीक्षक का कार्य उसी जिले के शिक्षकों द्वारा करवाया जाएगा. एक सप्ताह पहले वीक्षकों को नियुक्ति पत्र भी भेजा जायेगा. वहीं शिक्षकों को परीक्षा शुरू होने के एक दिन पहले 31 जनवरी को केंद्र पर जाकर योगदान देना होगा. जानकारी के अनुसार पटना जिले की बात करें तो अभी तक 52 स्कूलों ने शिक्षकों की सूचीडीईओ कार्यालय को उपलब्ध नहीं करवाई है. पटना डीईओ अमित कुमार ने सभी स्कूलों को नोटिस भेजा है. स्कूलों को दो दिन के अंदर शिक्षकों की सूची भेजने को कहा है. जिससे रैंडमली वीक्षकों की नियुक्ति की जा सकें.