बिहार के कई जिलों से बम विस्फोट की घटना सामने आने के बाद अब एक बड़ा सवाल सामने आ रहा है कि प्रदेश में अचानक बम की साजिश को कौन अंजाम दे रहा है. पहले भागलपुर के नाथनगर इलाके में पांच दिनों के अंदर लगातार तीन धमाके हुए. जिसमें एक मासूम समेत दो लोगों की जानें गईं. उसके ठीक बाद सीतामढ़ी में बम विस्फोट हुआ जिसमें तीन बच्चे जख्मी हुए और अब किशनगंज से धमाके की खबर सामने आई है. इन धमाकों में एक बिंदु ऐसा है जो सभी घटनाओं में एकसमान दिख रहा है.
किशनगंज के धर्मगंज इलाके में शनिवार को एक धमाका हुआ जिसमें 11 वर्षीय एक मासूम बुरी तरह जख्मी हो गया. कचरे के ढेर पर रखे इस बम को खिलौना समझकर खेलने लगा और बम के धमाके से उसका हाथ बुरी तरह जख्मी हो गया. परिजनों को इसकी जानकारी मिली तो बच्चे को आनन-फानन में स्थानीय अस्पताल ले गये लेकिन स्थिति गंभीर देख जख्मी बच्चे को सिलिगुड़ी भेजा गया है.
किशनगंज की इस घटना से पहले सीतामढ़ी में भी कुछ ऐसा ही हुआ. बेला थाना क्षेत्र के मुजौलिया गांव में बम विस्फोट की चपेट में आकर तीन बच्चे बुरी तरह जख्मी हो गये. यहां भी बम कचरे के ढेर में ही छुपाकर रखा गया था. कचरे के ढेर में रखे बम को बच्चों ने खिलौना समझ कर उठा लिया था और जोरदार धमाके के बाद बच्चे बुरी तरह जख्मी हो गये थे.
बिहार में बम धमाके की गूंज हाल में भागलपुर के नाथनगर से मुद्दा बनकर सामने आई. जहां नाथनगर के कई इलाके में लगातार बम विस्फोट की घटनाएं सामने आई. महज 5 दिनों के अंदर यहां बम विस्फोट की 3 बड़ी घटनाएं सामने आई. यहां भी कुछ ऐसा ही वाक्या हुआ जब कचरे के ढेर पर रखे एक टिफिन बम को उठाने गये बच्चे की खोपड़ी ही उड़ गयी.
नाथनगर के बम विस्फोट घटना का आतंकी कनेक्शन जांच करने बिहार पुलिस का आतंक निरोधक दस्ता भी पहुंचा था. कुल मिलाकर अब बच्चों को लेकर अभिभावकों की चिंताएं बढ़ गयी है. खेलने के क्रम में अचानक कब कौन सी चीज से धमाका हो जाए इसपर कुछ नहीं कहा जा सकता.
Posted By: Thakur Shaktilochan