67वीं बीपीएससी प्री परीक्षा के पेपर लीक हो जाने के मामले में आर्थिक अपराध ईकाई ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की है. ईओयू ने बड़हरा के बीडीओ जयवर्धन गुप्ता, वीर कुंवर सिंह कॉलेज आरा के प्रिंसिपल योगेंद्र सिंह,परीक्षा नियंत्रक समेत कुल 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. लंबी पूछताछ के बाद ये गिरफ्तारी की गयी है. चारो को लेकर ईओयू की टीम कोर्ट के लिए निकली.
ईओयू की टीम ने लंबी पूछताछ के बाद मंगलवार को बड़हरा के बीडीओ जयवर्धन गुप्ता, आरा स्थित वीर कुंवर सिंह कॉलेज के प्राचार्य योगेंद्र सिंह, परीक्षा नियंत्रक सुशील कुमार सिंह व डिप्टी सुपरिटेंडेंट को गिरफ्तार कर लिया. ईओयू ने अभी तक की जांच में इन चारो को दोषी पाया है. सभी को लेकर ईओयू की टीम अदालत के लिए रवाना हो गयी.
बता दें कि सोमवार को मामले की जांच के लिए डीजीपी द्वारा गठित एसआइटी टीम ने आरा पहुंचकर जांच की थी. जांच के क्रम में वीर कुंवर सिंह कॉलेज के प्रिंसिपल, परीक्षा नियंत्रक, दो प्रोफेसर और ड्यूटी पर तैनात मजिस्ट्रेट व पुलिस कर्मियों से पूछताछ की गयी थी. साथ ही इन्हें पटना बुलाकर पूछताछ की गयी.
बीपीएससी की 67 वीं प्रारंभिक परीक्षा रविवार को हो रही थी. आरा के कुंवर सिंह कॉलेज में परीक्षार्थियों ने परीक्षा का बहिष्कार कर जमकर बवाल किया था. परीक्षार्थियों का कहना था कि परीक्षा 12 बजे से शुरू होनी थी, लेकिन प्रश्नपत्र देर से दिया गया. परीक्षार्थियों द्वारा आरोप लगाया गया कि एक कमरे में पहले से ही परीक्षार्थियों को बैठा कर परीक्षा ली जा रही थी और परीक्षा हॉल के अंदर मोबाइल का भी इस्तेमाल किया जा रहा था, जिसके बाद परीक्षार्थी भड़क गये और हंगामा करने लगे.
रविवार को बीपीएससी की परीक्षा शुरू होने के कुछ घंटे पहले ही सोशल मीडिया पर प्रश्न-पत्र वायरल हो चुका था. इसकी अफवाह जब उड़ी तो वायरल प्रश्न-पत्र की जांच की गयी. मिलान के बाद यह पुष्टि हो गयी कि वायरल प्रश्न-पत्र हूबहू वही था जो बीपीएससी की परीक्षा में सी-सेट का प्रश्न-पत्र था. जिसके बाद आयोग ने परीक्षा को रद्द कर दिया. सीएम ने इसकी जांच में तेजी लाने का निर्देश भी दे दिया था.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan