बीपीएससी प्री परीक्षा के पेपर लीक कराने के मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध ईकाई की टीम ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है. ईओयू ने अब 4 और लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पेपर लीक करने का मामला अब गिरोह से भी जुड़ता नजर आ रहा है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ईओयू ने जिन 4 लोगों को गिरफ्तार किया है उसमें एक सरकारी कर्मी भी शामिल है. जबकि एनआईटी के एक छात्र को भी गिरफ्तार करने की बात सामने आ रही है. अभी तक इस मामले में किसी गिरोह की भूमिका नहीं देखी गयी थी लेकिन लगातार चल रही जांच के बाद अब गिरोह के भी तार इससे जुड़े नजर आ रहे हैं.
बिहार लोक सेवा आयोग(BPSC) की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा के पेपर लीक मामले के उछलते ही आयोग ने पेपर कैंसिल कर दिया. इसी बीच ईओयू ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी और ताबड़तोड़ छापेमारी की. कई लोगों से पूछताछ करने के बाद ईओयू ने पहले आरा के वीर कुंवर सिंह कॉलेज से जुड़े कर्मियों और एक प्रशासनिक पदाधिकारी को गिरफ्तार किया.
वहीं पहले 4 गिरफ्तारी होने के बाद अब फिर एकबार 4 अन्य गिरफ्तारी की बात सामने आ रही है. वहीं अब इस मामले में सेटर यानी गिरोह की भी भूमिका सामने आने लगी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उस शख्स को भी गिरफ्तार किया गया है जिसने आइएएस अधिकारी को एग्जाम से पहले ही प्रश्न पत्र भेजा था.
बताया जा रहा है कि कई लोगों से ईओयू ने फिर एकबार लंबे समय तक पूछताछ किया है. जिसके बाद 4 गिरफ्तारी की गयी. ईओयू ने कई संदिग्धों के ठिकानों पर छापेमारी की. जहां से कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी सीज किया गया. कई बैंक अकाउंट का भी पता चला है. जिसमें बड़ी मात्रा में पैसे जमा कराये गये थे. वहीं इस मामले में ईओयू ने अभी भी जांच जारी रखी है.