बीपीएससी पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध ईकाई (EOU) ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए 4 और लोगों को गिरफ्तार किया है. 67वीं बीपीएससी प्री परीक्षा के प्रश्न-पत्र लीक होने के तार अब गिरोह से भी जुड़ चुके हैं. रविवार को जिन 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई है वो इसकी गिरोह से जुड़े हुए हैं. इनकी कमान एनआइटी के एक छात्र के हाथ में थी जबकि कृषि विभाग के एक सहायक भी इस गिरोह से जुड़ा रहा.
बीपीएससी पेपर लीक मामले की जांच 14 सदस्यीय एसआईटी टीम कर रही है जिसका नेतृत्व ईओयू के पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार कर रहे हैं. एसआइटी ने रविवार को एक गिरोह का खुलासा किया और इस गिरोह से जुड़े 4 लोगों को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार होने वालों में भागलपुर निवासी राजेश कुमार, जो कृषि विभाग में सहायक के पद पर हैं. निशिकांत कुमार राय, जो सिवान जिला के निवासी हैं. कृष्ण मोहन सिंह जो वैशाली जिला के निवासी हैं और हाई स्कूल देसरी के शिक्षक हैं. सुशील कुमार सिंह जो औरंगाबाद के निवासी हैं, शामिल हैं.
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गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछ-ताछ में यह जानकारी सामने आयी है कि यह गिरोह पटना में एक कंट्रोल रूम बनाए हुए था. जो कदमकुआं थाना के लोहानीपुर मोहल्ले में बनाया गया था. यह गिरोह प्रश्न-पत्र लीक कर उसका सही उत्तर देने के एवज में अपने क्लाइंट से लाखों रुपये वसूलता था. कई परीक्षार्थियों को ये प्रश्न-पत्र उपलब्ध कराता रहा.
इस गिरोह का सरगना एनआइटी पटना के स्नातक का छात्र आनंद गौरव उर्फ पिन्टू यादव है. जो इससे पहले 2015 में इलाहाबाद के अध्यापक भर्ती घोटाला में भी गिरफ्तार हुआ था. मुंगेर जिला में ये 2020 के हत्याकांड का भी अभियुक्त है. इस गिरोह के कई अन्य लोगों की पहचान हुई है जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. वहीं कंट्रोल रूम से एसआइटी को कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी मिले. वहीं आनंद गौरव के पटेल नगर पटना स्थित किराये के आवास में भी छापेमारी की गयी.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan