Bihar BPSC Teacher Recruitment: बिहार में 23 से 26 अगस्त के बीच बीपीएससी की ओर से 1.70 लाख शिक्षकों की नियुक्ति परीक्षा आयोजित की गई थी. वहीं अब शिक्षा विभाग ने एक बार फिर से सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के नियुक्ति के लिए अगले चरण की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है. विभाग ने प्रारंभिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में रिक्त पदों की जानकारी जिला वार हासिल कर ली है.
अक्तूबर में हो सकती है शिक्षक नियोजन की घोषणा
शिक्षा विभाग को रिक्त पदों की जानकारी जिलों द्वारा दो दिन पहले ही भेजी गई है. जिलों से भेजी गयी शिक्षक रिक्तियों को विभागीय स्तर पर समायोजित किया जा रहा है. विभागीय सूत्र बताते हैं कि सितंबर अंतिम हफ्ते अथवा अक्तूबर के पहले सप्ताह के बीच शिक्षक नियोजन की घोषणा कर दी जायेगी.
बीपीएससी ही करेगा इन पदों पर नियुक्ति
सूत्रों के मुताबिक ये नियुक्तियां भी बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ही करेगा. आगामी शिक्षक नियोजन में इसका आधार स्कूलों में विभिन्न वजहों से रिक्त हुए पद होंगे. इसमें अवकाश प्राप्त शिक्षक शामिल हैं. मृत शिक्षकों की संख्या भी हासिल की गयी है. इसके अलावा आने वाले शिक्षक नियोजन में उस पद संख्या को भी समाहित किया जायेगा, जो बीपीएससी की तरफ से किये जा रहे वर्तमान नियोजन में खाली रह जायेंगे. सर्वाधिक नियुक्तियां माध्यमिक और उच्च माध्यमिक में प्रस्तावित किये जाने की सूचना है. इसी में सर्वाधिक पद रिक्त हैं और अभी भी पद खाली रह जाने की संभावना है.
23 से 26 अगस्त तक बिहार में 876 केंद्रों पर आयोजित हुई थी शिक्षक नियुक्ति परीक्षा
बिहार में 23 से 26 अगस्त के बीच राज्य के 38 जिलों के 876 केंद्रों पर बीपीएससी की शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित की गयी थी. इस परीक्षा में आठ लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे.
तीन दिनों तक चलने वाली इस परीक्षा में सबसे कम परीक्षार्थी उच्च माध्यमिक के लिए रहे. इसमें 57602 पद के लिए 39680 अभ्यर्थियों को शामिल होना था, लेकिन परीक्षा के दौरान उपस्थिति 93% रही. यानी करीब 36,902 परीक्षार्थी उपस्थिति हुए. इस अनुसार एक सीट के लिए 0.64 दावेदार हैं. यानी हर एक अभ्यर्थी के लिए करीब दो सीटें रिक्त हैं.
माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों के लिए परीक्षा के बाद एक सीट के लिए 1.80 दावेदार हैं. परीक्षा के लिए 34916 रिक्त सीटों के लिए 65500 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, लेकिन उपस्थिति करीब 62928 की रही.
सबसे अधिक दावेदार प्राथमिक के लिए हैं. वैसे परीक्षा के बाद दावेदार कम हुए हैं. परीक्षा से पहले एक सीट के लिए 9.36 अभ्यर्थी दावेदार थे. लेकिन परीक्षा में 79943 सीट के लिए 748900 में से करीब 524230 अभ्यर्थी परीक्षा में उपस्थित हुए. इस कारण एक सीट के लिए 6.55 अभ्यर्थी दावेदारी कर रहे हैं.
20 से 25 सितंबर के बीच आएगा रिजल्ट
बीपीएससी के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने कहा कि डीएलएड और बीएड डिग्रीधारी प्राथमिक शिक्षकों का मेरिट लिस्ट एक साथ ही बनेगा. लेकिन डीएलएड डिग्रीधारियों का रिजल्ट 20 से 25 सितंबर के बीच में आयेगा. इसी प्रथम चरण में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों का रिजल्ट भी आ जायेगा. इसी के साथ सफल अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन भी शुरू हो जायेगा. बीएड डिग्रीधारियों का रिजल्ट तब तक नहीं आयेगा जब तक उनकी पात्रता संबंधी स्थिति पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो जाती है. अतुल ने यह भी कहा कि यदि 20 से 25 सितंबर तक स्थिति स्पष्ट हो जाती है, तो दोनों को रिजल्ट एक साथ भी प्रकाशित किया जा सकता है.
चार सितंबर से दस्तावेज सत्यापन
चार से 12 सितंबर तक 9वीं-10वीं, 11वीं व 12 वीं कक्षा के शिक्षक अभ्यर्थियाें का दस्तावेज सत्यापन होगा. यह प्रदेश के मूल निवासियों के लिए उनके जिला स्तर पर किया जायेगा, जबकि राज्य के बाहर के अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन पटना स्थित बीपीएससी मुख्यालय में कराया जायेगा. अभ्यर्थियों को बीपीएससी ने ऑनलाइन आवेदन के समय अपलोड किये गये सभी दस्तावेजाें का निर्धारित अवधि के भीतर निर्दिष्ट स्थान पर सत्यापन सुनिश्चित कराने को कहा है.