पटना में एक बार फिर से BSSC पास छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है. प्रथम इंटर स्तरीय बहाली में 1778 अभ्यर्थियों के लिए सभी सीटों को भरने, वेटिंग लिस्ट जारी करने और अगर जरूरत पड़े तो काउंसिलिंग के लिए सेकेंड लिस्ट जारी करने की मांग की है. 2014 में आयी प्रथम इंटर स्तरीय बहाली में सभी सीटों को भरने की मांग को लेकर काउंसिलिंग करवा चुके 1778 बीएसएससी अभ्यर्थियों ने आयोग कार्यालय के बाहर बुधवार 27 जुलाई को एक बार फिर आंदोलन करेंगे. राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष छात्र नेता दिलीप कुमार ने बताया कि प्रथम इंटर स्तरीय बहाली में 13120 पदों पर बहाली होनी थी. लेकिन 11329 अभ्यर्थियों का ही मेरिट लिस्ट जारी किया गया. वहीं, लगभग दो हजार सीटें खाली हैं.
काउंसिलिंग करवा चुके 1778 अभ्यर्थियों को मेरिट से बाहर कर दिया गया जो इन अभ्यर्थियों के साथ अन्याय है. फिजिकल के लिए इन लोगों को बुलाया ही नहीं गया. जबकि, इन लोगों की पद प्राथमिकता फिजिकल वाले पद ही थे. पद प्राथमिकता के आधार पर काउंसिलिंग के लिए नहीं बुलाया गया. जबकि उन्हें मार्क्स के आधार पर बुलाया गया. इस कारण जिनका मार्क्स ज्यादा था उनको टाइपिंग और फिजिकल दोनों के लिए बुलाया गया. वहीं, इनलोगों की पद प्राथमिकता इन पदों के लिए था ही नहीं. इनलोगों की पद प्राथमिकता राजस्व कर्मचारी एवं पंचायत सचिव था और चयन भी इन्हीं पद पर हो गया.
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इस कारण फिजिकल और टाइपिंग वाले पद खाली रह गए. फिजिकल के मात्र 40 सीटों के लिए मेरिट लिस्ट जारी हुआ. जबकि लगभग 650 सीटें खाली ही रह गई. आठ वर्षों से हजारों अभ्यर्थी इस बहाली में लगे हुए हैं. हजारों ऐसे अभ्यर्थी हैं. जिनकी उम्र समाप्त हो गई. अब वे किसी भी सरकारी नौकरी के लिए फॉर्म नहीं भर सकते. सीटें खाली हैं और इनको नौकरी ना मिले तो यह अन्याय होगा. इसलिए सभी सीटों को भरना चाहिए. इन्हीं मांगों को लेकर पिछले सप्ताह 20 जुलाई को भी आंदोलन हुआ था. एक बार फिर 27 जुलाई को आंदोलन होगा.