पटना : कोविड-19 के नियंत्रण और प्रबंधन के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय बिहार के चार जिलों में टीमें तैनात की हैं. यह टीमें उन स्थानों पर तैयार की गयी हैं, जहां संक्रमण के बहुत अधिक मामले हैं या जहां यह बीमारी बढ़ी है.
तीन सदस्यीय केंद्रीय टीम में स्वास्थ्य विशेषज्ञ / महामारी विज्ञानी / निदानविद में से दो और प्रशासनिक सहयोग प्रदान करने के लिए संयुक्त सचिव स्तर के एक वरिष्ठ अधिकारी को शामिल किया गया है. केंद्रीय टीम संक्रमित जिलों या शहरों के संक्रमित लोगों का इलाज करने के साथ-साथ फिल्ड में काम कर रही हैं. साथ ही स्वास्थ्य विभाग को सहयोग करने के लिए स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं पर भी काम कर रही है.
संक्रमित जिलों या नगर पालिकाओं को नियमित रूप से केंद्रीय टीमों के संपर्क में रहने का निर्देश दिया गया है. केंद्रीय टीम राज्यों के साथ तालमेल कर काम कर रही है. ताकि, निगरानी, नियंत्रण, जांच और उपचार संबंधी कार्य को मजबूत मिले. केंद्रीय टीम राज्यों, संघ शासित प्राधिकरणों के सामने आनेवाली चुनौतियों में राज्यों, संघ शासित प्रदेशों की सहायता कर रही है.
ये चुनौतियां जांच में अड़चन, कम जांच, प्रति मिलियन जनसंख्या, उच्च पुष्टि दर, उच्च जांच पुष्टि दर, अगले दो महीनों में क्षमता में कमी के जोखिम का सामना करने, बिस्तरों की संभावित कमी, मृत्यु दर के बढ़ते मामले, उच्च दोहरीकरण दर, सक्रिय मामलों में अचानक बढ़ोतरी आदि हैं. मालूम हो कि कई जिला, नगर पालिका, नगर निकाय पहले ही जिला स्तर पर टीम का गठन कर चुके हैं. इनमें जिला स्तर के चिकित्सा और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हैं, जो केंद्रीय दल के साथ तालमेल करेंगे.
मंत्रालय के मुताबिक, ”ये टीमें फील्ड में काम कर रही हैं. जिलों और शहरों में कंटेनमेंट में राज्य स्वास्थ्य विभाग की मदद के लिए टीमें हेल्थकेयर फैसिलिटीज का दौरा कर रही है. वह केसेज के क्लिनिकल मैनेजमेंट में भी राज्यों की मदद करेगी.” मंत्रालय ने कहा कि ”ये टीमें राज्यों के सामने आ रही चुनौतियों को दूर करने की कोशिश करेंगी. अभी कई राज्य इन समस्याओं से जूझ रहे हैं.”