Bihar News: बिहार पुलिस में नौकरी दिलाने के नाम पर एक युवक से आठ लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. हैरत की बात यह है कि शातिर अपने आप को पुलिस क्राइम ब्रांच का डीएसपी बता कर यह ठगी की है, इसमें सिपाही पिता भी शामिल है. इस संबंध में एसकेपुरी थाने में पीड़ित ने प्राथमिकी दर्ज करायी है.
गोपालगंज के बैंकुंठपुर निवासी राजा कुमार कुशवाहा से यह ठगी की गयी है. इस ठगी में पुलिस महकमे में कार्यरत सिपाही मुमताज और उसके बेटे एजाज खान उर्फ खुर्शीद आलम की मिलीभगत का आरोप है. एसकेपुरी थाना प्रभारी सतीश सिंह ने बताया कि ठगी के इस मामले में केस दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है.
गांधी मैदान में फिजिकल ट्रेनिंग के दौरान हुई थी मुलाकात
पीड़ित एसकेपुरी थाना क्षेत्र के राजापुल किस्टो काम्लेक्स गेट नंबर 28 के पास शंभू सिंह के मकान में किराये पर रह कर वर्ष 2019 में निकली सिपाही भर्ती की तैयारी कर रहा था. पीड़ित के अनुसार वह हर दिन गांधी मैदान में फिजिकल की तैयारी करता था. इसी दौरान एजाज खान उर्फ खुर्शीद आलम से मुलाकात हुई. वह पुलिस गाड़ी से सिपाही के साथ आता था. उसने कहा कि मैं तुम्हें बिहार पुलिस में सिपाही भर्ती में नौकरी लगवा दूंगा.
इसके लिए उसने दस लाख पर बात की. उसी दौरान उसने कहा कि वह क्राइम ब्रांच में डीएसपी है. उसने फर्जी आइडी कार्ड भी दिखाया था. मेरे साथ एक और दोस्त था. दोनों की नौकरी दिलाने की बात दस लाख पर हुई थी. इसके बाद मुमताज खान और एजाज खान ने हमसे और हमारे दोस्त मुन्ना राम से पांच – पांच लाखों रुपए देने की बात कही. मैं उनके खाते में 6 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिया और दो लाख कैश दिया.
पीड़ित को देख कार छोड़ पुलिस लाइन में घुस गया शातिर
पीड़ित ने बताया कि कई बार पैसा मांगने का प्रयास किया लेकिन पैसा नहीं मिला. दो साल में बाप-बेटे ने मुझे कई बार धमकी भी दी. लेकिन 30 नवंबर की सुबह मैं पटना पुलिस लाइन के बाहर गेट नंबर 2 के पास चाय पी रहा था. इसी दौरान आरोपित एजाज खान हौंडा सिटी कार में नजर आया. उसे पकड़ने के लिए जब मैंने पीछा किया तो आरोपित अपनी गाड़ी छोड़कर पैदल ही पुलिस लाइन में घुस गया, जिसके बाद बुद्धा कॉलोनी की पुलिस ने कार को जब्त कर लिया.
Posted by: Radheshyam Kushwaha