पटना. महापर्व छठ को लेकर राजधानी में बाजार समिति, राजेंद्र नगर, बोरिंग रोड चौराहा, कदमकुआं, राजा बाजार, राजापुर पुल, सब्जीबाग, चिरैयाटांड़, पोस्टल पार्क, अनिसाबाद, कंकड़बाग, चितकोहरा, मीठापुर, शास्त्रीनगर रोड, मुसल्लहपुर हाट, कुम्हरार, अंटा घाट आदि इलाकों में अस्थायी फल दुकानें सज चुकी हैं. फलों की थोक मंडी बाजार समिति में भी फलों की खरीदारी शुरू हो गयी है. केला, नारियल और ईख पूजा में अहम है. पूजन में अमरुद, सेब, शरीफा, नाशपाती, अनानास, अनार, पानी फल सिंघाड़ा, शकरकंद आदि फल प्रसाद में शामिल किये जाते हैं.
इस बार अंगूर और अमरूद की आवक कम है. लेकिन सेब और संतरे की आवक मांग से अधिक है. कारोबारियों की मानें, तो पिछले साल की तुलना में इस बार फल 15 से 20 फीसदी तक महंगे हैं. इसके बावजूद 50 करोड़ रुपये का कारोबार होने का अनुमान है. वहीं, इस महापर्व पर फलों में सबसे अधिक मांग केला की होती है. केले में हाजीपुर के चिनिया की धार्मिक महत्ता अधिक है. इस कारण इस प्रजाति के केले की मांग सबसे अधिक है. बाजार समिति थोक मंडी में इस समय चिनिया केला 350 रुपये से 600 रुपये घौद है.
बता दें कि बाजार समिति में सबसे अधिक केला कर्नाटक और आंध्र प्रदेश का है, जो 350 रुपये लेकर 800 रुपये प्रति घौद है. जबकि खुदरा बाजार में 500 रुपये से लेकर 800 रुपये तक है. वहीं सिंधिया केला 400 रुपये से लेकर 700 रुपये प्रति घौद मिल रहा है. बाजार समिति के थोक विक्रेता पप्पू कुमार ने बताया कि मंडी में केला आंध्र प्रदेश, हाजीपुर, भागलपुर, कटिहार, बंगाल आदि से आता है.
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संतरा ~50-80 किलो
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सेब ~80-150 किलो
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अमरुद ~80-120 किलो
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शरीफा ~150-200 किलो
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अनार ~120-200 किलो
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सुथनी ~150-200 किलो
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नाशपाती ~120-150 किलो
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कच्चीहल्दी ~150 किलो
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सिंघाड़ा ~80-100 किलो
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शकरकंद ~80-100 किलो
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अंगूर ~200 किलो
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चिनिया केला ~350-600 घौद
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सिंधिया केला ~400-700 घौद
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काला ईख ~30-50 जोड़ा
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हरा ईख ~40 जोड़ा
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अनन्नास ~100-150 जोड़ा
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गगरा नीबू ~30-60 जोड़ा
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नारियल ~35 से 50 प्र पीस.