पटना. मुख्यमंत्री आवास पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया. आवास के नेक संवाद में आयोजित इस कार्यक्रम में सभी दल के मुखिया एवं प्रमुख नेता जुटे. सभी ने मिलकर अमन-चैन, खुशहाली और बिहार के तरक्की एवं स्वावलंबी बनाने की दुआ मांगी. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के कारण पिछले दो वर्ष इसका आयोजन नहीं हो पाया था. इस बार इफ्तार का आयोजन किया गया है. इसमें सभी दल और मजहब के लोग आये, यह मेरे लिए बेहद खुशी की बात है. प्रेम के साथ सब लोगों को मिल कर काम करना है, यह उपदेश मिला. जिस तरह से मौलाना साहब ने उपदेश दिया है, इस पर सभी को गौर करने की जरूरत है.
इस दावत-ए-इफ्तार में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस, हम के जीतन राम मांझी, राजद के रामचंद्र पूर्वे, कांग्रेस के शकील अहमद खान, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री डॉ. अशोक चौधरी, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय, उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, सुमित कुमार सिंह, संतोष कुमार सुमन, सांसद रामकृपाल यादव, सांसद चौधरी महबूब अली कैसर समेत अन्य कई प्रमुख लोग मौजूद थे.
अररिया. रमजान उल मुबारक के दूसरे जुमा को अररिया जिले सहित ग्रामीण क्षेत्रों के मस्जिदों में नमाजियों की काफी भीड़ देखी गयी. रमजान उल मुबारक के दूसरे जुमा के नमाज को अदा करने को ले कर ना केवल बूढ़े वयस्क बल्कि छोटे-छोटे बच्चों में भी काफी उत्साह देखा गया. सुबह से हीं रोजेदार मुस्लिम भाई स्नान कर नये व साफ कपड़े पहन कर मस्जिद पहुंचे व मस्जिदों में रमजान उल मुबारक के दूसरे जुमा की नामज अदा की. मुस्लिम भाईयों ने रमजान उल मुबारक के दूसरे जुमा की नमाज को अकीदत के साथ अदा करने के बाद अल्लाह के सामने अपने हाथ को फैला कर सुख, समृद्धि, अमन, शांति आपसी भाईचारा व हर प्रकार के जमीनी व आसमानी बालाओं से बचाने की दुआ की.
रमज़ान उल मुबारक के दूसरे जुमा को शहर के बसंतपुर हॉट अवस्थित बड़ी जामा मस्जिद, एडीबी चौक रहिका वार्ड संख्या 17 स्थित मस्जिद, पुराने बस स्टैंड स्थित मस्जिद, रानीगंज बस पड़ाव के समीप स्थित मस्जिद, खरैहया बस्ती स्थित मस्जिद, सरीफनगर स्थित मस्जिद सहित अन्य मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा की गयी. जमा मस्जिद के मौलाना मो आफताब आलम ने जुमे की दूसरी नमाज के पूर्व लोगों को माह ए रमजान के बरकतों का जिक्र किया. कहा कि माहे रमजान रहमत, बरकत व मगफिरत का मुबारक महिना है. उन्होंने नमाजियों को खिताब करते हुए कहा कि इस माह में जन्नत के दरवाजे खोल दिये जाते हैं.